कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस, भाजपा, जद (एस) ने आपराधिक मुकदमों का सामना कर रहे प्रत्याशियों को टिकट दिए हैं। कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों पर 2,655 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें 391 ने हलफनामा दायर कर खुद पर आपराधिक मामले दर्ज होने की बात स्वीकार की है। इनमें 254 प्रत्याशियों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
23 प्रत्याशियों पर महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने 2560 प्रत्याशियों के हलफनामों की पड़ताल की। 95 उम्मीदवारों के हलफनामे आधे-अधूरे थे। कम से कम 25 प्रत्याशियों पर हत्या के प्रयास और चार पर हत्या के मुकदमे हैं। 23 प्रत्याशियों पर महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले हैं।
सबसे ज्यादा दागी प्रत्याशी भाजपा के, दूसरे नंबर पर कांग्रेस
भाजपा ने सबसे ज्यादा 83 दागी प्रत्याशियों को टिकट दिया है, जबकि कांग्रेस ने 59 आपराधिक मामले वाले उम्मीदवारों को उतारा है। जद (एस) ने 41 दागी प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारा है।
नीतीश कुमार की जद (यू) और अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने पांच-पांच ऐसे प्रत्याशियों को टिकट दिया है, जिन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। 1090 निर्दलीय उम्मीदवारों में 108 ने हलफनामे में दागी होने की बात स्वीकार की है।
