पश्चिम बंगाल में चौथे चरण की 44 सीटों पर आपराधिक छवि वाले 142 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। 12 सीटों पर तीन से अधिक आपराधिक छवि वाले प्रत्याशी हैं। इस चरण में कुल 372 प्रत्याशी हैं जिनमें से 81 कम व 61 गंभीर आपराधिक छवि के हैं।
पश्चिम बंगाल इलेक्शन वॉच एंड एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने अपनी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। 10 अप्रैल को होने वाले चौथे चरण में सबसे ज्यादा दागी उम्मीदवार भाजपा से हैं। भाजपा के 44 में से 27 यानी 61 प्रतिशत प्रत्याशियों ने खुद के आपराधिक मामलों का विवरण दिया है जबकि माकपा ने 22 में से 16 ऐसे प्रत्याशी उतारे हैं।
वहीं टीएमसी के 44 में से 17, कांग्रेस के 9 में से दो उम्मीदवार दागी छवि के हैं। गंभीर अपराधों की बात करें तो इसमें भाजपा के 24, माकपा के 10, टीएमसी के 17 प्रत्याशी शामिल हैं। महिलाओं के खिलाफ मामलों में 19 उम्मीदवारों ने इसमें अपनी संलिप्तता घोषित की है। चार ने हत्या और 16 ने हत्या के प्रयास के मामलों में खुद के खिलाफ चल रहे मामलों की जानकारी दी है।
44 सीटों पर चुनाव, आपराधिक छवि के सबसे ज्यादा प्रत्याशी भाजपा, फिर टीएमसी से
मैदान में 65 करोड़पति
44 सीटों पर 65 करोड़पति भी ताल ठोंक रहे हैं। इसमें टीएमसी से 34, भाजपा से 18 व अन्य दलों के 13 उम्मीदवारों की संपत्ति एक करोड़ से अधिक है जबकि औसत संपत्ति 92.34 लाख है। सबसे अमीर उम्मीदवार टीएमली से 24 परगना दक्षिण के कस्बा सीट से प्रत्याशी अहमद जावेद खान हैं। उन्होंने अपनी संपत्ति 32 करोड़ घोषित की है।
50 फीसदी उम्मीदवार 5वीं से 12वीं पास
चौथे चरण में चुनाव लड़ रहे 372 प्रत्याशियों में 186 यानी 50 फीसदी 5वीं से 12वीं तक पढ़े हैं। 173 स्नातक और परास्नातक या उच्च शिक्षित हैं। इस चरण में 50 महिलाएं और युवा प्रत्याशियों की भी खासी संख्या है। 118 उम्मीदवार 25 से 40 साल के बीच के हैं। 193 प्रत्याशी 41 से 60 साल के मध्य के हैं और एक उम्मीदवार 89 वर्ष के भी है।
