ADR Report: एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के एक विश्लेषण के अनुसार, 17वीं लोकसभा में कुल 222 बिल पारित किए गए और इनमें से 45 को उसी दिन मंजूरी दे दी गई, जिस दिन उन्हें सदन में पेश किया गया था।
ADR Report: एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के एक विश्लेषण के अनुसार, 17वीं लोकसभा में कुल 222 बिल पारित किए गए और इनमें से 45 को उसी दिन मंजूरी दे दी गई, जिस दिन उन्हें सदन में पेश किया गया था।
इनमें से कुछ विधेयक हैं विनियोग (लेखानुदान) विधेयक, विनियोग विधेयक, जम्मू और कश्मीर विनियोग (नंबर 2) विधेयक, केंद्रीय वस्तु और सेवा कर (संशोधन) विधेयक, 2023 और चुनाव कानून (संशोधन) विधेयक , 2021। एडीआर और नेशनल इलेक्शन वॉच (एनईडब्ल्यू) द्वारा किये गए विश्लेषण की रिपोर्ट 26 मार्च को जारी की गई। यह 17वीं लोकसभा और उसके सदस्यों के प्रदर्शन पर प्रकाश डालती है।
क्या है रिपोर्ट में
- रिपोर्ट के मुताबिक, 17वीं लोकसभा के कार्यकाल के दौरान 240 बिल पेश किए गए और उनमें से 222 पारित हुए।
- इसके अतिरिक्त, 11 बिल वापस ले लिए गए और छह लंबित हैं।
- केवल एक विधेयक को राष्ट्रपति की मंजूरी मिली।
- आंकड़ों के मुताबिक, 45 बिल उसी दिन पारित कर दिए गए, जिस दिन उन्हें सदन में पेश किया गया था।
- औसतन, एक सांसद ने 165 प्रश्न पूछे और 273 बैठकों में से 189 में भाग लिया।
- छत्तीसगढ़ के सांसदों की औसत उपस्थिति सबसे अधिक रही, राज्य के 11 प्रतिनिधियों ने 273 बैठकों में से 216 में भाग लिया।
- छत्तीसगढ़ के सांसदों की औसत उपस्थिति सबसे अधिक रही, राज्य के 11 प्रतिनिधियों ने 273 बैठकों में से 216 में भाग लिया।
- महाराष्ट्र के सांसद सबसे अधिक मुखर थे, जिनमें से 49 प्रतिनिधियों ने औसतन 315 प्रश्न पूछे।
- इसके विपरीत, मणिपुर के प्रत्येक सांसद ने औसतन 25 प्रश्न पूछे।
- पार्टियों के बीच, एनसीपी अपने पांच सांसदों के साथ औसतन 410 सवाल उठाकर सबसे आगे रही।
- अपना दल (सोने लाल) के दो सदस्यों ने औसतन पांच-पांच सवाल ही उठाए।
- तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के सदस्यों ने औसतन 273 बैठकों में से 229 में भाग लिया।
- औसतन केवल 57 बैठकों के साथ आप सदस्यों की उपस्थिति सबसे कम रही।
- रिपोर्ट में उन 10 सांसदों के भी नाम हैं जिन्होंने संसदीय कार्यवाही में सक्रिय रूप से भाग लिया और सबसे अधिक संख्या में प्रश्न पूछे।
- 596 सवाल पूछने वाले बीजेपी के बालुरघाट सांसद सुकांत मजूमदार इस सूची में शीर्ष पर हैं।
- रिपोर्ट के अनुसार, अधिकांश प्रश्न स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, कृषि और किसान कल्याण और रेलवे से संबंधित थे।