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Source
Jan Satta
https://www.jansatta.com/national/income-of-regional-parties-has-registered-an-increase-as-compared-to-last-year-income-of-regional-parties-registered-an-increase-as-compared-to-last-year-regional-parties-received-maximum-money-throug/2812182/
Author
Jansatta
Date

एडीआर की रपट के अनुसार, 20,000 रुपए से अधिक के दान को ज्ञात स्रोतों से आय के रूप में परिभाषित किया गया है।

गैर-सरकारी संगठन एसोसिएशन फार डेमोक्रैटिक रिफार्म्स (एडीआर) ने मंगलवार को यह रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में वित्त वर्ष 2021-22 में क्षेत्रीय राजनीतिक दलों को अज्ञात स्रोतों से 887.55 करोड़ रुपए की आमदनी हुई, जो उनकी कुल आय का 76 फीसद है। इन आंकड़ों से स्पष्ट होता है कि अज्ञात स्रोतों से राजनीतिक दलों की आय 2020-21 की तुलना में बढ़ी है। यह आय 2020-21 में 530.70 करोड़ रुपए थी और उनमें से 263.93 करोड़ रुपए (49.73 फीसद) अज्ञात स्रोतों से मिले थे।

जो रिपोर्ट सामने आई है उसके मुताबिक क्षेत्रीय दलों को सबसे अधिक पैसा चुनाव बांड्स के माध्यम से प्राप्त हुआ है। यह कुल धनराशि का 93.26 फीसद (827.76 करोड़) है। 27 क्षेत्रीय दलों ने कूपन की ब्रिकी से 4.32 फीसद और स्वैच्छिक योगदान के माध्यम से 2.40 फीसद धनराशि एकत्र की है। इस अध्ययन के लिए 54 क्षेत्रीय (मान्यताप्राप्त) राजनीतिक दलों पर विचार किया गया था। लेकिन उनमें से केवल 28 दलों ने ही अपनी वार्षिक लेखापरीक्षा और चंदा दोनों रिपोर्ट दाखिल की थी, जबकि शेष दलों ने दो में से केवल एक रपट ही जमा की थी।

एडीआर की रपट के अनुसार, 20,000 रुपए से अधिक के दान को ज्ञात स्रोतों से आय के रूप में परिभाषित किया गया है क्योंकि उनके दाताओं का विवरण क्षेत्रीय दलों द्वारा निर्वाचन आयोग को दी गयी जानकारी में उपलब्ध है। अज्ञात स्रोत इन पार्टियों द्वारा वार्षिक लेखापरीक्षा रपट में घोषित आय है, लेकिन इनमें आय का स्रोत नहीं बताया जाता है। राजनीतिक दलों को 20,000 रुपए से कम का दान देने वाले व्यक्तियों या संगठनों और चुनावी बांड के जरिए दान देने वालों के नामों का खुलासा करने की आवश्यकता नहीं है।

एडीआर ने कहा कि इस प्रकार के अज्ञात स्रोतों में चुनावी बांड, कूपन की बिक्री, राहत कोष, विविध आय, स्वैच्छिक चंदा और बैठकों से योगदान शामिल हैं। ऐसे स्वैच्छिक चंदा देने वालों का विवरण सार्वजनिक रूप से उपलब्ध नहीं है। एडीआर ने कहा कि राजनीतिक दलों की अज्ञात स्रोतों से हुई कुल आय 887.55 करोड़ रुपए है, जो उनकी कुल आय का 76.15 फीसद है। 887.55 करोड़ रुपए में से 93.26 फीसद या 827.76 करोड़ रुपए चुनावी बांड के जरिए मिले।

रपट के अनुसार वित्त वर्ष 2021-22 में 27 क्षेत्रीय राजनीतिक दलों की कुल आय 1,165.58 करोड़ रुपए रही वहीं ज्ञात दाताओं से राजनीतिक दलों की कुल आय 145.42 करोड़ रुपए है जो उनकी कुल आय का 12.48 फीसद है। सबसे अधिक आय घोषित करने वालों शीर्ष दलों में डीएमके (60.0168करोड़), बीजेडी (291.096 करोड़), टीआरएस (153.037 करोड़), वाईएसआर कांग्रेस (600168 करोड़) और जेडीयू (48.3617 करोड़) शामिल है। क्षेत्रीय दल जैसे डीएमके, एमएनएस और एनडीएफ दलों ने बीस हजार से कम का दान विवरण भी घोषित किया है।


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