इलेक्टोरल ट्रस्ट, भारत में कॉर्पोरेट संस्थाओं और व्यक्तियों से राजनीतिक दलों को चंदा हासिल करने के लिए गठित एक गैर-लाभकारी संगठन है. इसका उद्देश्य चुनाव संबंधी खर्चों के लिए उपयोग होने वाले पैसे की पारदर्शिता में सुधार करना है. ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (एडीआर) की रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा को मिला कुल चंदा अन्य नौ पार्टियों के मुकाबले 2.5 गुना से अधिक था.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 2021-22 में इलेक्टोरल ट्रस्ट (Electoral Trusts) द्वारा राजनीतिक दलों को दिए गए कुल चंदे का 351.50 करोड़ रुपये अर्थात् 72.17 प्रतिशत चंदा हासिल हुआ, जबकि कांग्रेस को तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस), समाजवादी पार्टी (सपा), आम आदमी पार्टी (आप) और वाईएसआर कांग्रेस से भी कम चंदा मिला. ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (एडीआर) की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है. ‘इलेक्टोरल ट्रस्ट’ कॉरपोरेट संस्थाओं और व्यक्तियों से राजनीतिक दलों को चंदा हासिल करने के लिए भारत में गठित एक गैर-लाभकारी संगठन है.