Date: 
29.08.2017
City: 
New Delhi

चुनावी सुधारों पर काम करने वाली एडीआर (एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटीक्स रिफॉर्म्स) की ताजा रिपोर्ट में सामने आया कि वित्तीय वर्ष 2015-16 के दौरान सिर्फ तीन राजनीतिक दलों को कॉरपोरेट चंदा मिला है. एडीआर के अनुसार, केवल भाजपा, कांग्रेस और जनता दल यूनाइटेड को कॉर्पोरेट चंदा चुनावी ट्रस्टों के जरिए प्राप्त हुआ है.

एडीआर के अध्ययन के मुताबिक, कुल 49.5 करोड़ के ये चंदे कर विभाग के पास पंजीकृत 18 चुनावी ट्रस्टों में से सिर्फ दो द्वारा दिए गए, एडीआर की रिपोर्ट कहती है कि इन ट्रस्टों को कॉरपोरेट्स से कुल 49.52 करोड़ की रकम प्राप्त हुई और उन्होंने विभिन्न राजनीतिक दलों को इनमें से 99.96 फीसदी रकम बांट दी.

राजनीतिक दलों को इस रूट से मिलने वाले चंदे में 2015-16 में भारी गिरावट हुई. पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान यह रकम 177.4 करोड़ रूपये थी. विभिन्न चुनावी ट्रस्टों द्वारा मिले चंदे के बारे में बताते हुए एडीआर की रिपोर्ट में कहा गया कि सत्या चुनावी ट्रस्ट को 47.0015 करोड़ रूपए तो समाज चुनाव ट्रस्ट को 2.52 करोड़ रूपए वर्ष 2015-16 के दौरान मिले.

वहीं, इस वर्ष के दौरान 12 ट्रस्टों को जहां कोई दान प्राप्त नहीं हुआ वहीं दो अन्य ने उनको मिले योगदान का खुलासा नहीं किया. दो अन्य ट्रस्टों का पंजीकरण 31 मार्च 2016 के बाद हुआ था.

 

 

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