गैर-मान्यता प्राप्त दलों ने 2013-14 से 2015-16 के दौरान चंदे के रूप में 25.27 करोड़ रुपये प्राप्त किये। लेकिन एक रपट के अनुसार इन पंजीकृत दलों में से केवल 5 प्रतिशत ने चंदे का ब्यौरा दिया। गैर-मान्यता प्राप्त दल उन्हें कहते हैं जो या तो हाल में पंजीकृत हुए या जिन्होंने राज्य पार्टी के लिये विधानसभा या आम चुनावों में जरूरी वोट प्रतिशत हासिल नहीं किये अथवा जिन्होंने पंजीकरण के बाद चुनाव नहीं लड़े।
भारतीय निर्वाचन आयोग (ईसीआई) की 13 अप्रैल 2018 की अधिसूचना के अनुसार 2,099 राजनीतिक दल पंजीकृत हैं। इसमें ने 2,044 या करीब 97 प्रतिशत पंजीकृत दल गैर - मान्यता प्राप्त हैं। एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफार्म (एडीआर) की रिपोर्ट के अनुसार, ‘केवल पांच प्रतिशत पंजीकृत गैर-मान्यता प्राप्त दलों ने 2013-14 से 2015-16 के बीच प्राप्त चंदे के बारे में जानकारी दी।’