Tainted Leaders In Chhattisgarh छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव से पहले जारी हुए एडीआर रिपोर्ट से बड़ा खुलासा हुआ है. यहां 37 फीसदी विधायक दागी हैं. इन नेताओं के चुनावी हलफनामे से यह बात सामने आई है. ADR Report Reveals Tainted Leaders
नई दिल्ली/रायपुर: छत्तीसगढ़ के चुनावी दंगल की शुरुआत हो चुकी है. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स और छत्तीसगढ़ इलेक्शन वॉच नामक संस्था की तरफ से जारी आंकड़ों से बड़ा खुलासा हुआ है. छत्तीसगढ़ में कुल 37 फीसदी विधायक दागी हैं. इन विधायकों के पिछले चुनावी हलफनामे से इस बात का पता चला है. अभी छत्तीसगढ़ विधानसभा में कुल 88 विधायक हैं. दो सीटें खाली है. इनमें 21 मौजूदा विधायकों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं. जबकि 11 विधायकों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक केसेस होने का खुलासा किया है.(Tainted Leaders In Chhattisgarh elections)
छत्तीसगढ़ में कितने दागी माननीय ?
- 21 विधायकों पर आपराधिक केस
- 11 विधायकों पर गंभीर आपराधिक केस
- एक विधायक पर हत्या के प्रयास का मामला
- कांग्रेस के 71 विधायकों में से 18 पर क्रिमिनल केस
- बीजेपी के 14 में से तीन विधायकों पर क्रिमिनल केस
- कांग्रेस के 71 विधायकों में से 11 पर गंभीर आपराधिक केस
- सभी विधायकों पर इस तरह के केस लंबित है
चुनाव आयोग दागी उम्मीदवारों पर सख्त: चुनाव आयोग ने सोमवार 9 अक्टूबर को पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की घोषणा की थी. इस दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दागी उम्मीदवार को लेकर मुख्य बात कही थी. जिसमें चुनाव आयोग की तरफ से यह बताया गया कि दागी उम्मीदवार को टिकट देने वाली पार्टी को जानकारी देनी होगी कि उन्होंने चुनाव में आपराधिक छवि वाले उम्मीदवार को क्यों चुना. यह जानकारी लिखित देनी होगी. चुनाव आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि राजनीतिक दलों को यह भी बताना होगा कि उसने क्रिमिनल पृष्ठभूमि के प्रत्याशी को मैदान में क्यों उतारा.
छत्तीसगढ़ में दो चरणों में चुनाव: छत्तीसगढ़ में दो चरणों में चुनाव का ऐलान किया गया है. यहां सात नवंबर और 17 नवंबर को मतदान होगा. जबकि नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे. कुल 80 विधानसभा सीटों पर दो फेज में वोटिंग होगी. पहले चरण में 20 सीटों के लिए 7 नवंबर को वोटिंग होगी. जबकि बांकी के बचे 60 सीटों पर 17 नवंबर को वोटिंग होगी. इस तरह कुल दो फेज में यहां चुनाव संपन्न होगा. चुनावी प्रक्रिया के बीच एडीआर की इस रिपोर्ट से छत्तीसगढ़ के सियासी जगत में खलबली मच गई है.