छत्तीसगढ़ में 15 साल का वनवास खत्म करते हुए कांग्रेस ने सत्ता में वापसी की है। विधानसभा चुनाव में सभी राजनीतिक समीकरणों को तोड़ते हुए कांग्रेस ने 68 विधायकों विधानसभा पहुंचाया, वहीं भाजपा के हिस्से में 15 सीटें आई हैं। कांग्रेस ने चुनाव में दो तिहाई से ज्यादा बहुमत हासिल कर सरकार बना ली है। फिलहाल कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के लिए घमासान मचा हुआ है।
जीते विधायकों के चौका देने वाले आकडे़
देश में सबसे ज्यादा संख्या गरीबों और किसानों की है। लेकिन जब जनप्रतिनिधियों को चुनने की बात आती है तो करोड़पति और आपराधिक छवि के उम्मीदवार ही चुनाव जीतने में कामयाब होते हैं। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भी यही ट्रेंड सामने आया है। छत्तीसगढ़ में इस बार जीते हर तीसरे विधायक पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसके अलावा इस बार चुने गए कांग्रेस विधायकों में से तीन- चौथाई विधायक करोड़पति हैं।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट के मुताबिक छत्तीसगढ़ में जीते 90 विधायकों में से 24 विधायक ऐसे हैं जिन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, वहीं 13 विधायकों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। यानी 90 में से 37 विधायकों पर आपराधिक केस दर्ज हैं।
वहीं, एडीआर की दूसरी रिपोर्ट के मुताबिक 76 फीसदी यानी 68 विधायक करोड़पति हैं। प्रदेश में चुनाव जीतने वाले सबसे अमीर उम्मीदवार कांग्रेस के टीएस सिंहदेव हैं। उनके पास करीब 5 सौ करोड़ रुपये की संपत्ति है। उन्होंने अंबिकापुर सीट से चुनाव लड़ा था।
शिक्षा की बात करें तो यहां 69 फीसदी यानी 62 विधायक स्नातक पास हैं। प्रदेश की 90 सीटों पर 125 महिला उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई थी। इनमें से 13 महिलाएं जीतने में कामयाब रहीं। बता दें कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 68, बीजेपी को 15, अजीत जोगी की कांग्रेस को 5 और बसपा को 2 सीटें मिली हैं।