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Source
Prabhat Khabar
https://www.prabhatkhabar.com/state/Chhattisgarh/red-alert-constituencies-adr-report-cg-election-watch-chhattisgarh-election-mtj
Author
Mithilesh Jha
Date

छत्तीसगढ़ के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पहले चरण में मतदान संपन्न हो गया. अब दूसरे चरण की तैयारी है. दूसरे चरण में 70 सीट पर वोट होना है. राजनीतिक दलों ने 58 ऐसे उम्मीदवारों को टिकट दिया है, जिनके विरुद्ध आपराधिक मामले दर्ज हैं. इसकी वजह से 16 विधानसभा को रेड अलर्ट क्षेत्र घोषित करना पड़ा है.

छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 70 में से 16 यानी 23 फीसदी निर्वाचन क्षेत्रों को रेड अलर्ट निर्वाचन क्षेत्र घोषित किया गया है. ये 16 सीटें कोरबा, लोरमी, जैजैपुर, रायपुर ग्रामीण, महासमुंद, बेलतरा, पाटन, कटघोड़ा, अकलतारा, दुर्ग सिटी, धारसींवा, कसडोल, भाटापाड़ा, मनेंद्रगढ़, जशपुर (एसटी) और बेमेतरा हैं. इन 16 सीटों पर 277 उम्मीदवार भाग्य आजमा रहे हैं, जिनमें से 58 दागी उम्मीदवार हैं. यानी इनके खिलाफ आपराधिक मुकदमे चल रहे हैं. छत्तीसगढ़ इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट में यह बात कही गई है. रिपोर्ट में बताया गया है कि छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के दूसरे चरण में 58 ऐसे उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, जिनके खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. इन उम्मीदवारों ने खुद हलफनामा देकर चुनाव आयोग को इसकी जानकारी दी है. इनके हलफनामे के विश्लेषण के आधार पर एडीआर की टीम ने रिपोर्ट तैयार की है.

कोरबा में सबसे ज्यादा 6 क्रिमिनल बैकग्राउंड के प्रत्याशी

एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे ज्यादा 6 क्रिमिनल रिकॉर्ड वाले उम्मीदवार कोरबा विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं. दागी उम्मीदवारों के नाम तो एडीआर ने नहीं बताए हैं, लेकिन उनकी पार्टी का नाम जरूर बताया है. कांग्रेस, बलीराजा पार्टी, बहुजन समाज पार्टी (बसपा), गण सुरक्षा पार्टी, जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी, लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) ने इस सीट पर ऐसे उम्मीदवार उतारे हैं, जिनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.

आम आदमी पार्टी ने भी उतारे दागी उम्मीदवार

लोरमी विधानसभा सीट पर कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप), निर्दलीय, जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी, समाजवादी पार्टी (सपा) ने क्रिमिनल रिकॉर्ड वाले उम्मीदवार उतारे हैं, तो जैजैपुर में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), कांग्रेस, निर्दलीय, जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी ने ऐसे लोगों को टिकट दिया है. रायपुर ग्रामीण विधानसभा सीट पर में कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, भारतीय सर्वजन हिताय समाज पार्टी, जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के उम्मीदवारों पर आपराधिक मुकदमे चल रहे हैं. महासमुंद में बीजेपी, छत्तीसगढ़ समाज पार्टी और दो निर्दलीय उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं.

बेलतरा में कांग्रेस, बीजेपी के उम्मीदवार भी क्रिमिनल बैकग्राउंड के

बेलतरा विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ रहे बीजेपी, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और नेशनल यूथ पार्टी के उम्मीदवारों ने चुनाव आयोग को शपथपत्र देकर बताया है कि उनके खिलाफ क्रिमिनल केसेज पेंडिंग हैं. यानी उनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. यहां तक कि पाटन विधानसभा क्षेत्र में भी चार उम्मीदवारों ने बताए हैं कि उन पर क्रिमिनल केसेज दर्ज हैं. जिन पार्टियों के प्रत्याशियों पर आपराधिक मुकदमे चल रहे हैं, उनमें कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, हमार राज पार्टी और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) शामिल हैं. कटघोड़ा में सीपीएम, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे), जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी, अकलतारा में बीजेपी, निर्दलीय, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामलों की जानकारी चुनाव आयोग को दी है.

इन प्रत्याशियों ने भी दी आपराधिक केस की जानकारी

दुर्ग सिटी विधानसभा सीट पर बीजेपी, छत्तीसगढ़ महतारी पार्टी एवं निर्दलीय, तो धरसींवा सीट पर बहुजन समाज पार्टी, निर्दलीय और जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के उम्मीदवारों पर क्रिमिनल केस चल रहे हैं. कसडोल सीट पर हमर राज पार्टी और दो निर्दलीय पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, तो भाटापाड़ा में कांग्रेस, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) और जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के प्रत्याशियों पर. मनेंद्रगढ़ में गण सुरक्षा पार्टी, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रत्याशियों ने अपने खिलाफ आपराधिक मुकदमों की जानकारी चुनाव आयोग को दी है.

जशपुर में इतने प्रत्याशी क्रिमिनल बैकग्राउंड वाले

जशपुर (एसटी) विधानसभा सीट पर दो निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने क्रिमिनल रिकॉर्ड वाले व्यक्ति को अपनी पार्टी का उम्मीदवार बनाया है. वहीं, बेमेतरा में कांग्रेस, आजाद जनता पार्टी और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने आपराधिक रिकॉर्ड वाले उम्मीदवार उतारे हैं.

दूसरे चरण में ये हैं 16 रेड अलर्ट निर्वाचन क्षेत्र

  1. कोरबा

  2. लोरमी

  3. जैजैपुर

  4. रायपुर ग्रामीण

  5. महासमुंद

  6. बेलतरा

  7. पाटन

  8. कटघोड़ा

  9. अकलतारा

  10. दुर्ग सिटी

  11. धरसींवा

  12. कसडोल

  13. भाटापाड़ा

  14. मनेंद्रगढ़

  15. जशपुर (एसटी)

  16. बेमेतरा

दूसरे चरण में इन 70 सीटों पर मतदान

  1. भरतपुर-सोनहट (एसटी)

  2. मनेंद्रगढ़

  3. बैकुंठपुर

  4. प्रेमनगर

  5. भटगांव

  6. प्रतापपुर (एसटी)

  7. रामानुजगंज (एसटी)

  8. समरी (एसटी)

  9. लुंड्रा (एसटी)

  10. अंबिकापुर

  11. सीतापुर (एसटी)

  12. जशपुर (एसटी)

  13. कुनकुड़ी (एसटी)

  14. पत्थलगांव (एसटी)

  15. लैलुंगा (एसटी)

  16. रायगढ़

  17. सारंगढ़ (एससी)

  18. खरसिया

  19. धरमजयगढ़ (एसटी)

  20. रामपुर (एसटी)

  21. कोरबा

  22. कटघोड़ा

  23. पाली-तानाखार (एसटी)

  24. मरवाही (एसटी)

  25. कोटा

  26. लोरमी

  27. मुंगेली (एससी)

  28. तखतपुर

  29. बिल्हा

  30. बिलासपुर

  31. बेलतरा

  32. मस्तूरी (एससी)

  33. अकलतरा

  34. जांजगीर-चांपा

  35. सक्ती

  36. चंद्रपुर

  37. जैजेपुर

  38. पामगढ़ (एससी)

  39. सरायपाली (एससी)

  40. बासना

  41. खल्लारी

  42. महासमुंद

  43. बिलाईगढ़ (एससी)

  44. कसडोल

  45. बलोडा बाजार

  46. भाटापारा

  47. धारसींवा

  48. रायपुर सिटी ग्रामीण

  49. रायपुर सिटी वेस्ट

  50. रायपुर सिटी नॉर्थ

  51. रायपुर सिटी साउथ

  52. अरांग (एससी)

  53. अभनपुर

  54. राजिम

  55. बिंद्रानवागढ़ (एसटी)

  56. सिहावा (एसटी)

  57. कुरुड

  58. धमतरी

  59. संजारी बालोद

  60. डोंडी लोहारा (एसटी)

  61. गुंडरदेही

  62. पाटन

  63. दुर्ग ग्रामीण

  64. दुर्ग सिटी

  65. भिलाई नगर

  66. वैशाली नगर

  67. अहिवारा (एससी)

  68. साजा

  69. बेमेतरा

  70. नवागढ़ (एससी)

किस विधानसभा को कहते हैं रेड अलर्ट क्षेत्र

किसी विधानसभा को रेड अलर्ट निर्वाचन क्षेत्र घोषित करने का एक नियम है. किसी विधानसभा सीट पर आपराधिक रिकॉर्ड वाले कितने उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, इसके आधार पर यह तय होता है कि उस क्षेत्र को रेड अलर्ट क्षेत्र घोषित किया जाए या नहीं. अगर एक विधानसभा सीट पर तीन या उससे अधिक ऐसे उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हों, जिन्होंने अपने खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज होने की बात की हो, तो उस क्षेत्र को रेड अलर्ट क्षेत्र घोषित कर दिया जाता है. ऐसे विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव आयोग सुरक्षा के अतिरिक्त इंतजाम करता है.

गंभीर आपराधिक मामले क्या हैं?

  • ऐसे गुनाह, जिसकी अधिकतम सजा पांच साल या उससे अधिक हो.

  • अगर अपराध गैरजमानती हो.

  • चुनाव से जुड़े अपराध किये हों (आईपीसी की धारा 171ई या रिश्वतखोरी).

  • ऐसा गुनाह, जिसकी वजह से सरकार को राजस्व का नुकसान हुआ हो.

  • छेड़खानी, हत्या, बलात्कार और अपहरण जैसे संगीन अपराध.

  • रिप्रेजेंटेशन ऑफ द पीपुल एक्ट (सेक्शन 8) में वर्णित कोई अपराध.

  • प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट से जुड़े अपराध.

  • महिलाओं के खिलाफ अपराध.


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