रांची. झारखंड सरकार में कृषि मंत्री रंधीर सिंह की संपत्ति में पिछले पांच साल में 6 गुना से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। कृषि मंत्री ने 2014 में दिए गए शपथ पत्र में अपनी संपत्ति 78.92 लाख रुपए बताई थी। 2019 में दिए गए शपथ पत्र में उन्होंने अपनी कुल घोषित संपत्ति 5.06 करोड़ रुपए बताई है। उन्होंने अपनी आय का सोर्स सैलरी, भत्ता और सेविंग पर मिलने वाला इंस्ट्रेस्ट बताया है। झारखंड इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफोर्म्स ने झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 में दो या दो बार से अधिक चुनाव लड़ने वाले मौजूदा सभी 66 विधायकों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया है।
2019 और 2014 के विस चुनाव में विधायकों की घोषित औसतन संपत्ति
दो या दो बार से अधिक चुनाव लड़ने वाले 66 विधायकों की औसत संपत्ति विधानसभा चुनाव 2014 में 1.93 करोड़ रुपए थी। वहीं 2019 में इन विधायकों की औसत संपत्ति विधानसभा चुनाव 2019 में 3.36 करोड़ रुपए है। पांच साल में 66 विधायकों की औसतन संपत्ति में 1.43 करोड़ (74 प्रतिशत) की वृद्धि हुई है।
शीर्ष 5 विधायकों की अधिकतम संपत्ति वृद्धि (रुपए में)
- हजारीबाग विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के मनीष जायसवाल ने अपनी संपत्ति में सबसे ज्यादा 8.78 करोड़ की बढ़ोतरी घोषित की है। (2014 में 18.26 करोड़... 2019 में 27.04 करोड़)
- दुमका विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की लुईस मरांडी की संपत्ति में 6.81 करोड़ की बढ़ोतरी हुई है। (2014 में 2.24 करोड़ से बढ़कर 2019 में 9.06 करोड़)
- गिरिडीह विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के निर्भय कुमार शाहाबादी की संपत्ति में 6.43 करोड़ की बढ़ोतरी हुई है। (2014 में 2.36 करोड़... 2019 में 8.79 करोड़)
प्रत्याशी | स्वयं की आय का स्रोत | पति/पत्नी की आय का स्रोत | पार्टी | सीट | 2019 में संपत्ति | 2014 में सपत्ति | संपत्ति में कमी/बढ़ोतरी | संपत्ति में वृद्धि/कमी प्रतिशत में |
मनीष जायसवाल | सैलरी, शेयर, अन्य स्रोत | बिजनेस व अन्य सोर्स | भाजपा | हजारीबाग | 27 करोड़ से अधिक | 18 करोड़ से अधिक | आठ करोड़ से ज्यादा | 48 प्रतिशत |
लुईस मरांडी | सोशल सर्विस व सैलरी | खेती | भाजपा | दुमका | 9 करोड़ से अधिक | दो करोड़ से अधिक | छह करोड़ से अधिक | 303 प्रतिशत |
निर्भय शाहाबादी | खेती व व्यवसाय | बिजनेस | भाजपा | गिरिडीह | 8 करोड़ से अधिक | दो करोड़ से अधिक | छह करोड़ से अधिक | 272 प्रतिशत |
हेमंत सोरेन | सैलरी व एफडी से प्राप्त ब्याज | बिजनेस व रेंटल इनकम | झामुमो | बरहेट | आठ करोड़ से अधिक | तीन करोड़ से अधिक | पांच करोड़ से अधिक | 143 प्रतिशत |
रंधीर सिंह | सैलरी, ब्याज, भत्ता | बिजनेस/सिविल कॉन्ट्रेक्टर | भाजपा (2014 में जेवीएम) | सारठ | पांच करोड़ से अधिक | 78 लाख से अधिक | चार करोड़ से अधिक | 542 प्रतिशत |
दो या दो बार से अधिक चुनाव लड़ने वाले विधायकों की संपत्ति में औसत वृद्धि (दलवार)
पार्टी | विधायकों की संख्या | 2019 में औसत संपत्ति | 2014 में औसत संपत्ति | औसत संपत्ति वृद्धि/कमी (रु में) | औसत संपत्ति वृद्धि/कमी (प्रतिशत में) |
भाजपा | 35 | चार करोड़ से अधिक | दो करोड़ से अधिक | एक करोड़ से अधिक | 80.8 प्रतिशत |
जेएमएम | 15 | दो करोड़ से अधिक | एक करोड़ से अधिक | एक करोड़ से अधिक | 86.77 प्रतिशत |
कांग्रेस | 5 | चार करोड़ से अधिक | तीन करोड़ से अधिक | एक करोड़ से अधिक | 30.87 प्रतिशत |
आजसू | 5 | एक करोड़ से अधिक | 75 लाख से अधिक | 36 लाख से अधिक | 48.04 प्रतिशत |
जेवीएम | 2 | 81 लाख से अधिक | 47 लाख से अधिक | 34 लाख से अधिक | 72.06 प्रतिशत |
आईएनडी | 2 | तीन करोड़ से अधिक | दो करोड़ से अधिक | एक करोड़ से अधिक | 53.89 प्रतिशत |
सीपीआई (एमएल)(एल) | 1 | एक करोड़ से अधिक | 22 लाख से अधिक | एक करोड़ से अधिक | 484.64 प्रतिशत |
एमसीसी | 1 | दो करोड़ से अधिक | 75 लाख से अधिक | एक करोड़ से अधिक | 171.12 प्रतिशत |