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नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी पार्टी भारतीय जनता पार्टी के लिए एक परेशान वाली रिपोर्ट आई है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने कहा है कि देश के 58 सांसदों और विधायकों ने खुद घोषित किया है कि उनके खिलाफ भड़काऊ भाषण देने का मामला दर्ज है। इसमें सबसे ज्यादा संख्या बीजेपी नेताओ की हैं।

बीजेपी के 27 सांसद और विधायकों पर केस
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी के 27 सांसदों और विधायकों के खिलाफ हेट स्पीच यानि भड़काऊ भाषण देने का मामला दर्ज है। इस सूची में दूसरे स्थान पर असदुद्दीन ओवैसी की ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) और टीआरएस है। जिसके 6-6 सदस्य भड़काऊ भाषण देने के आरोपी हैं। वहीं टीडीपी और शिवसेना के 3-3, टीएमसी, जेडीयू और कांग्रेस से 2-2, बीएसपी, डीएमके, सपा, पीएमके और एआईयूडीएफ के एक-एक सांसदों और विधायकों के खिलाफ भी ऐसे ही मामले दर्ज हैं।

15 सांसदों ने स्वीकारी हेट स्पीच की बात
रिपोर्ट में बताया गया है कि 15 सांसदों ने अपने खिलाफ नफरत फैलाने वाले भाषण देने को लेकर मामला दर्ज होने की बात स्वीकार की है। इसमें सबसे ज्यादा 10 सांसद केंद्र में काबिज बीजेपी के है। वहीं शिवसेना, पीएमके, एआईयूडीएफ, एआईएमआईएम और टीआरएस के एक-एक सदस्य हैं।

तेलंगाना के सबसे ज्यादा विधाकों ने दिए भड़काऊ भाषण
हेट स्पीच देने के मामले में तेलंगाना के राजनेता शीर्ष पर हैं। यहां से 11 विधायकों पर नफरत फैलाने वाले भाषण का केस है। इस सूची में उत्तर प्रदेश के 9, बिहार और महाराष्ट्र के 4-4, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के 3-3 विधानसभा सदस्य शामिल हैं। एडीआर की रिपोर्ट में बताया गया है कि बीजेपी शासित राज्य, झारखंड, गुजरात, झारखंड, तमिलनाडु और मध्य प्रदेश के एक-एक विधायकों पर भी इसी मामले में केस दर्ज है।


महिलाओं पर हिंसा करने वालों को टिकट देने में भी बीजेपी आगे
पिछले सप्ताह ही एडीआर की एक और रिपोर्ट आई थी। इसमें दावा किया गया कि पिछले पांच सालों में महिलाओं पर हिंसा करने वालों को बीजेपी ने सबसे ज्यादा टिकट दिया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले पांच साल में मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों ने 26 ऐसे दागदार लोगों को टिकट दिया है जिनके खिलाफ महिलाओं से दुष्कर्म के मामले दर्ज हैं। रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी ने पिछले पांच साल में 47 ऐसे लोगों को अपना प्रत्याशी बनाया है जिनके खिलाफ महिलाओं के प्रति अपराध के मामले दर्ज हैं। दूसरे स्थान पर बसपा है, जिसकी अध्यक्ष खुद एक महिला ही हैं। बसपा ने ऐसे 35 दागदार लोगों को लोकसभा या विधानसभा भेजने की कोशिश की है। इस सूची में कांग्रेस तीसरे स्थान पर है। पार्टी ने ऐसे 24 लोगों को टिकट दिया है