Source: 
The Quint
Author: 
Date: 
11.02.2022
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पंजाब विधानसभा की 117 सीटों के लिए चुनावी मैदान में उतरने वाले 25 फीसदी उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। प्रदेश के 57 निर्वाचन क्षेत्रों में तीन या अधिक उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।

पंजाब इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के एक विश्लेषण ने शुक्रवार को यह बात कही।

एडीआर ने 20 फरवरी को होने वाले मतदान के लिए 1,304 उम्मीदवारों में से 1,276 उम्मीदवारों के हलफनामों का विश्लेषण किया।

1,276 उम्मीदवारों में से 228 राष्ट्रीय दलों, 256 राज्य दलों, 345 पंजीकृत गैर-मान्यता प्राप्त दलों और 447 निर्दलीय हैं।

28 उम्मीदवारों का विश्लेषण नहीं किया है, क्योंकि उनके हलफनामे या तो गलत तरीके से स्कैन किए गए हैं या भारत के चुनाव आयोग की वेबसाइट पर अपलोड नहीं किए गए हैं।

कुल 315 (25 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं। 2017 के पंजाब विधानसभा चुनावों में, विश्लेषण किए गए 1,145 उम्मीदवारों में से 100 (नौ प्रतिशत) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए थे।

इस बार 218 (17 फीसदी) ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जो 2017 में 77 (सात फीसदी) थे।

प्रमुख दलों में शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के 96 उम्मीदवारों में से 60 (63 प्रतिशत) ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं।

आम आदमी पार्टी (आप) के 117 उम्मीदवारों में से 27 (23 प्रतिशत), भाजपा के 71 उम्मीदवारों में से 15 (21 प्रतिशत), शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के 14 उम्मीदवारों में से तीन (21 प्रतिशत) के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले हैं। इसके साथ ही बसपा के 20 उम्मीदवारों में से तीन (15 प्रतिशत), कांग्रेस के 117 उम्मीदवारों में से नौ (आठ प्रतिशत) और पंजाब लोक कांग्रेस के 27 उम्मीदवारों में से दो (सात प्रतिशत) ने हलफनामे में खुद के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामलों की घोषणा की है।

15 उम्मीदवारों ने महिलाओं के खिलाफ अपराधों से संबंधित मामलों की घोषणा की है। इसमें दो ऐसे उम्मीदवार शामिल हैं, जिन्होंने अपने खिलाफ दुष्कर्म से जुड़े मामले घोषित किए हैं। चार उम्मीदवारों ने हत्या से जुड़े मामले घोषित किए हैं। वहीं 33 उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ हत्या के प्रयास से जुड़े मामले घोषित किए हैं।

संपत्ति के संबंध में, 1,276 उम्मीदवारों में से 521 (41 प्रतिशत) करोड़पति हैं और 2017 के चुनावों में 1,145 उम्मीदवारों में से 428 उम्मीदवार करोड़पति थे।

प्रमुख दलों में शिअद से विश्लेषण किए गए 96 उम्मीदवारों में से 89 (93 प्रतिशत), कांग्रेस से विश्लेषण किए गए 117 उम्मीदवारों में से 107 (92 प्रतिशत), भाजपा के 71 उम्मीदवारों में से 60 (85 प्रतिशत), बीएसपी से विश्लेषण किए गए 20 उम्मीदवारों में से 16 (80 प्रतिशत), शिअद (संयुक्त) से विश्लेषण किए गए 14 उम्मीदवारों में से 11 (79 प्रतिशत), आप के 117 उम्मीदवारों में से 81 (69 फीसदी) और पंजाब लोक कांग्रेस के 27 उम्मीदवारों में से 16 (59 फीसदी) ने 1 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति घोषित की है।

चुनाव लड़ने वाले प्रति उम्मीदवार को देखा जाए तो उनकी औसत संपत्ति 4.31 करोड़ रुपये है। 2017 के पंजाब विधानसभा चुनावों में, 1,145 उम्मीदवारों के लिए प्रति उम्मीदवार औसत संपत्ति 3.49 करोड़ रुपये थी।

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