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राकांपा की आय घटी, सीपीआई के पास सबसे कम धन
ओ.पी. पाल.
 नई दिल्ली।
देश की सात राष्ट्रीय दलों में से दो दल छह माह बीत जाने के बावजूद अभी तक अपने दल के आय-व्यय का ब्यौरा नहीं दे सके, जबकि पांच दलों के चुनाव आयोग को भेजे ब्यौरे में सीपीएम सबसे अमीर दल के रूप में सामने आया है, जबकि राकांपा की आय में तेजी से गिरावट दर्ज की गई, लेकिन सीपीआई सबसे कम आय वाली पार्टी है।
केंद्रीय सूचना आयोग के दिशानिर्देशों को सुप्रीम कोर्ट के मिले समर्थन के बाद सभी राजनीतिक दलों को अपने वार्षिक आय-व्यय का ब्यौरा केंद्रीय चुनाव आयोग को देना होता है। वित्तीय वर्ष 2015-16 के लिए चुनाव आयोग ने सभी दलों को अपनी वार्षिक आॅडिट रिपोर्ट यानि आय-व्यय का ब्यौरा देने के लिए 31 अक्टूबर 2016 की तिथि निर्धारितकी थी, जिसके तहत राष्ट्रीय दलों तृणमूल कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी और सीपीएम ने इस समय सीमा से पहले ही अपनी रिपोर्ट का ब्यौरा प्रस्तुत कर दिया था। जबकि सीपीआई ने निर्धारित तिथि के 16 दिन और राकांपा ने चार माह बाद अपनी पार्टी के आय-व्यय का ब्यौरा चुनाव आयोग भेजा है, जबकि एक मई तक भाजपा और कांग्रेस ने अपनी आॅडिट रिपोर्ट छह माह बीत जाने के बावजूद प्रस्तुत नहीं की है। यह खुलासा चुनाव सुधार के लिए कार्य करने वाली गैर सरकारी संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म्स की ताजा अध्ययन रिपोर्ट में किया गया है। गौरतलब है कि वर्ष 2014-15 के वित्तीय वर्ष में सभी राष्ट्रीय दलों सबसे अमीर दल के रूप में भाजपा उभरी थी, जिसने अपनी आय 970.43 करोड़ घोषित की थी, जबकि कांग्रेस 593.31 करोड़ रुपये की आय के साथ दूसरे पायदान पर थी, लेकिन इस बार इन दलों की आॅडिट रिपोर्ट प्रस्तुत न होने से उनके आय-व्यय का आकलन नहीं किया जा सका है।
सीपीआई सबसे गरीब दल
सात राष्ट्रीय दलों में इन पांच दलों की कुल आय 200.76 करोड़ रुपये आंकी गई है। इसमें भाकपा यानि सीपीआई की वर्ष 2015-16 में सबसे ज्यादा 107.48 करोड़ रुपये घोषित की गई है, जबकि 47.39 करोड़ रुपये की आय के साथ बसपा दूसरे पायदान पर है। इसके बाद तृणमूल कांग्रेस की आय 34.578 करोड़, राकांपा की 9.137 करोड़ और सीपीआई की सबसे कम 2.176 करोड़ रुपये की आय सामने आई है।
बसपा की तेजी से बढ़ी आय
इन पांच राष्ट्रीय दलों में बसपा की आय में पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले सबसे तेजी से बढ़ोतरी दर्ज की गई, जिसमें पिछले साल की 11.90 करोड़ में 75 फीसदी की छलांग के बाद 47.385 करोड़ रुपये हो गई है। इसके बाद तृणमूल कांग्रेस की पिछले वित्तीय वर्ष की 13.35 करोड़ बढ़कर 34.578 करोड़ हो गई, जो 61 फीसदी वृद्धि दर्ज कर रही है। सीपीआई की आय भले ही सबसे कम है, लेकिन पिछले साल 1.48 करोड़ में 32 फीसदी बढ़ोतरी के साथ 2.176 करोड़ तक पहुंची है। इस वित्तीय वर्ष में पांच दलों में सबसे अमीर बनकर उभरी सीपीएम ने पिछले साल की 84.82 करोड़ में 21 फीसदी की बढ़ोतरी घोषित की है।

राकांपा के खर्चे ज्यादा
इन पांच राष्ट्रीय दलों में शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्टÑवादी कांग्रेस पार्टी ने अपनी घोषित रिपोर्ट में 10.84 करोड़ के खर्च का ब्यौरा दिया है, जबकि उसकी आय 19 प्रतिशत घटकर 9.137 करोड़ रुपये रह गई है। रिपोर्ट के अनुसार वित्तीय वष्र 2015-16 के दौरान इन पांच दलों को ज्ञात दाताओं से 4.75 करोड़ रुपये मिला है जो आय का 2.37 फिसदी है। राष्ट्रीय दलों को दूसरे ज्ञात स्रोतों से प्राप्त आय 134.35 करोड़ यानि 66.92 फीसदी है।
10May-2017


abc