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Author
Shivom Gupta
Date

एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में 1066 उम्मीदवारों में से 1064 द्वारा स्वघोषित शपथ पत्रों के विश्लेषण में पाया है कि बिहार चुनाव में किस्मत आजमाने उतर रहे कुल 375 उम्मीदवार करोड़पति हैं। रिकॉर्ड यह भी बताते हैं कि बिहार चुनाव 2020 के पहले चरण में उतरने वाले कुल 328 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।
बिहार चुनाव के पहले चरण में कुल 244 कैंडीडेट्स पर है आपराधिक मामला एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार बिहार चुनाव 2020 के पहले चरण में चुनाव लड़ने वाले कुल 244 (23 फीसदी) उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले (मारपीट, हत्या, अपहरण, बलात्कार से संबंधित मामले) दर्ज हैं। करीब 11 दिनों की अवधि में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव के लिए मतदान तीन चरणों में होगा। पहला चरण का मतदान आगामी 28 अक्टूबर, जबकि 3 नवंबर को दूसरा चरण और 7 नवंबर को तीसरे और अंतिम चरण में मतदान होगा और मतों की मतगणना 10 नवंबर को निर्धारित की गई है।

राजद ने सर्वाधिक आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार को उतारा है बिहार की मुख्य विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता पार्टी ने अधिकांश उम्मीदवारों को एक आपराधिक पृष्ठभूमि के साथ मैदान में उतारा है, जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का नंबर आता है, जिसने सबसे अधिका आपराधिक छवि वाले कैंडीडेट को टिकट दिया है। एडीआर विश्लेषण में पाया गया कि बिहार चुनाव 2020 में चुनाव लड़ने वाले प्रमुख राजनीतिक दल राजद के 41 उम्मीदवारों में से 30 (73 फीसदी) ने अपने हलफनामों में खुद के खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जबकि भाजपा के 29 उम्मीदवारों में से 21 (72 फीसदी) आपराधिक पृष्ठभूमि वाले हैं।

चिराग पासवान की LJP के 41 उम्मीदवारों में से 24 का है क्रिमिनल रिकॉर्ड वहीं, अन्य में चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के 41 उम्मीदवारों में से 24 (59 फीसदी), कांग्रेस के 21 उम्मीदवारों में से 12 (57 फीसदी) जेडीयू के 35 उम्मीदवारों में से 15 (43 फीसदी) मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के 26 उम्मीदवारों में से 8 (31 फीसदी) ने अपने हलफनामों में खुद के खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं।

गंभीर आपराधिक केस वाले उम्मीदवारों के मामले में भी राजद है सबसे आगे गंभीर आपराधिक केस वाले उम्मीदवारों के मामले में भी राजद सबसे आगे हैं, जिसने कुल 22 ऐसे उम्मीदवारों को चुना है जिन्होंने पहले चरण में अपने हलफनामों में खुद के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार राजद की ओर से पहले चरण में मैदान में उतरने वाले 41 उम्मीदवारों में से 22 (54 फीसदी) उम्मीदवार गंभीर आपाराधिक केस वाले हैं।

गंभीर आपराधिक मामलों वाले उम्मीदवारों के मामले में LJP दूसरे स्थान पर है गंभीर आपराधिक मामलों वाले उम्मीदवारों के संदर्भ में LJP द्वारा मैदान में उतारे गए कुल 41 उम्मीदवारों में से 20 (49 फीसदी) उम्मीदवार ऐसे हैं, जबकि भाजपा के 29 उम्मीदवारों में से 13 (45 फीसदी), कांग्रेस के 21 में से 9 (43 फीसदी) ऐसे उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। कांग्रेस से विश्लेषण करने वाले उम्मीदवारों में, जेडीयू के 35 उम्मीदवारों में से 10 (29 फीसदी) और बीएसपी के 26 उम्मीदवारों में से 5 (19 फीसदी) ने अपने हलफनामों में खुद के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामलों की घोषणा की है।

29 उम्मीदवारों पर महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित मामले दर्ज हैं एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार 29 उम्मीदवारों ने महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित मामलों की घोषणा की है। महिलाओ के खिलाफ अपराधिक मामलों की घोषणा करने वाले 29 उम्मीदवारों में से तीन उम्मीदवारों ने बलात्कार (आईपीसी धारा -375 और 376) से संबंधित मामलों की घोषणा की है।

93 उम्मीदवारों ने 5 करोड़ रुपए या उससे अधिक की संपत्ति घोषित की है रिपोर्ट में कहा गया है कि विश्लेषण किए गए 1064 उम्मीदवारों में से 375 (35 फीसदी) करोड़पति हैं। जबकि 93 (9 फीसदी) उम्मीदवारों ने 5 करोड़ रुपए और उससे अधिक की संपत्ति घोषित की है। वहीं, बिहार चुनाव के पहले चरण में चुनाव लड़ रहे 123 (12 फीसदी) उम्मीदवारों ने 2 करोड़ रुपये से 5 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है। यानी बिहार चुनाव 2020 के पहले चरण में प्रति प्रत्याशी की औसत संपत्ति 1.99 करोड़ रुपए है।

राजद के 41 उम्मीदवारों में से 39 उम्मीदवार( 95 फीसदी) करोड़पति हैं इस श्रेणी में भी राजद ने बाजी मारी है। बिहार चुनाव 2020 के पहले चरण में एडीआर ने आरजेडी ने 41 उम्मीदवारों का विश्लेषण किया, तो पाया कि राजद के 39 (95 फीसदी) उम्मीदवारों ने 1 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति घोषित की है। पहले चरण में करोड़पति उम्मीदवारों में राजद के बाद जेडीयू और भाजपा का नंबर है।

जदयू के 35 उम्मीदवारों में से 31 (89%) के पास 1 करोड़ की संपत्ति है अन्य दलों में जदयू के 35 उम्मीदवारों में से 31 (89 फीसदी), भाजपा के 29 उम्मीदवारों में से 24 (83 फीसदी) एलजेपी के 41 उम्मीदवारों में से 30 (73 फीसदी), कांग्रेस के 21 उम्मीदवारों में से 14 (67 फीसदी) बीएसपी के 26 उम्मीदवारों में से 12 (46 फीसदी) ने 1 करोड़ से अधिक की संपत्ति घोषित की है।

JDU के 35 उम्मीदवारों के प्रति उम्मीदवार की औसत संपत्ति 8.12 करोड़ है ADR की सूचना के मुताबिक प्रमुख दलों में विश्लेषण से पता चला है कि जदयू के 35 उम्मीदवारों के प्रति उम्मीदवार की औसत संपत्ति 8.12 करोड़ रुपए है जबकि पहले चरण के लिए राजद द्वारा घोषित 41 उम्मीदवारों के प्रति उम्मीदवार की औसत संपत्ति 6.98, कांग्रेस के 21 उम्मीदवारों के प्रति उम्मीदवार की औसत संपत्ति 6.03 करोड़ है।

LJP के 41 उम्मीदवारों के प्रति उम्मीदवार की औसत संपति 4.62 करोड़ है एलजेपी के 41 उम्मीदवारों के प्रति उम्मीदवार की औसत संपति 4.62 करोड़, भाजपा के 29 उम्मीदवारों के प्रति उम्मीदवा 3.10 करोड़ और बसपा के 26 उम्मीदवारों के प्रति उम्मीदवार की औसत संपत्ति 1.36 करोड़ है।