Source: 
Author: 
भारत शर्मा
Date: 
27.10.2020
City: 

बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार बड़ी संख्या में आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार अपनी किश्मत आजमा रहे हैं।बुधवार को होने वाले पहले चरण के मतदान में जहां 328 उम्मीदवार आपराधिक पृष्ठभूमि के हैं, वहीं दूसरे चरण में इनकी संख्या 502 पहुंच गई है।एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) द्वारा बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के कुल 1,463 उम्मीदवारों द्वारा प्रस्तुत किए गए स्व-शपथ पत्रों के किए गए विश्लेषण में इसका खुलासा हुआ है।आइए जानते हैं अन्य तथ्य।

चुनाव

बिहार में चीन चरणों में होंगे विधानसभा चुनाव

गत 25 सितंबर को चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा की थी।उसके अनुसार राज्य में 28 अक्टूबर से 7 नवंबर के बीच तीन चऱणों में वोटिंग होगी। पहले चरण में 28 अक्टूबर को 16 जिलों की 71 सीटों पर, दूसरे चरण में 3 नवंबर को 17 जिलों की 94 सीटों पर और तीसरे चरण में 7 नवंबर को 15 जिलों की 78 सीटों पर वोटिंग होगी। नतीजे 10 नवंबर को आएंगे।

जानकारी

27 प्रतिशत उम्मीदवारों के खिलाफ दर्ज हैं गंभीर आपराधिक मामले

ADR की रिपोर्ट के अनुसार दूसरे चरण के कुल उम्मीदवारों में से 27 प्रतिशत यानी 389 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें मारपीट, हत्या, अपहरण, दुष्कर्म जैसे मामले प्रमुख हैं। इन सभी की पुलिस जांच अभी लंबित चल रही है।

सबसे ज्यादा

दूसरे चरण में भी RJD ने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले सबसे ज्यादा उम्मीदवारों को दिए टिकट

दूसरे चरण के लिए भी तेजस्वी यादव की राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने कुल 56 उम्मीदवारों में से 64 प्रतिशत यानी 36 आपराधिक पृष्ठभूमि वालों को टिकट दिया है।इसी तरह भाजपा ने कुल 46 में से 63 प्रतिशत यानी 29 को टिकट दिया है। इसी तरह लोक जनशक्ति (LJP) ने 52 में से 28, कांग्रेस ने 24 में से 14, JDU ने 43 में से 20, बसपा ने 33 में से 16 आपराधिक पृष्ठभूमि वालों को टिकट दिया है।

गंभीर अपराध

RJD के उम्मीदवारों ने खिलाफ सबसे अधिक गंभीर मामले

आंकड़ों के अनुसार RJD के सबसे अधिक 28 उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसी तरह LJP के 24, भजपा के 20, कांग्रेस के 10, JDU के 15 और बसपा के 14 उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।इसी तरह कुल 49 उम्मीदवारों के खिलाफ महिलाओं से जुड़े अपराध दर्ज हैं। इनमें से चार उम्मीदवारों के खिलाफ धारा 376 (दुष्कर्म), 32 के खिलाफ हत्या और 143 के खिलाफ हत्या का प्रयास के मामले दर्ज हैं।

जानकारी

दूसरे चरण में 89 प्रतिशत निर्वाचन क्षेत्र अति संवदेनशील

रिपोर्ट के अनुसार दूसरे चरण में 94 सीटों पर होने वाले मतदान में से 89 प्रतिशत यानी 84 निर्वाचन क्षेत्र अति संवेदनशील यानी रेड अलर्ट क्षेत्र हैं। इन सीटों पर तीन से अधिक आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार चुनाव मैदान में खड़े हैं।

करोड़पति

34 प्रतिशत उम्मीदवार हैं करोड़पति

दूसरे चरण के कुल 1,463 उम्मीदवारों में से 34 प्रतिशत यानी 495 करोड़पति हैं। इनमें 118 के पास पांच करोड़ से अधिक और 185 के पास दो से पांच करोड़ की संपत्ति है।इसी तरह सबसे अधिक 462 उम्मीदवारों की संपत्ति 10 से 50 लाख रुपये, 426 उम्मीदवारों की संपत्ति 50 लाख से दो करोड़ रुपये और 19 प्रतिशत यानी 272 उम्मीदवारों की सपंत्ति 10 लाख रुपये से भी कम है। कुल उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 1.72 करोड़ रुपये है।

RJD

RJD के सबसे अधिक उम्मीदवार करोड़पति

आंकड़ों के अनुसार RJD के सबसे अधिक 46 उम्मीदवार करोड़पति हैं। इसी तरह भाजपा के 39, LJP के 38, JDU के 35, कांग्रेस के 20 और बसपा के 11 उम्मीदवारों की संपत्ति एक करोड़ से अधिक है।इसी तरह कांग्रेस के करोड़पति उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 10.80 करोड़, RJD की 4.82 करोड़, JDU की 4.95 करोड़, LJP की 3.86 करोड़, भाजपा की 3.44 करोड़ और बसपा की 1.30 करोड़ रुपये है।

जानकारी

तीन उम्मीदवारों के पास नहीं है कोई संपत्ति

रिकॉर्ड के अनुसार दूसरे चरण के तीन उम्मीदवारों ने अपने हलफनामे में खुद के पास कोई संपत्ति नहीं होने की जानकारी दी है। इसी तरह 47 प्रतिशत यानी 683 उम्मीदवार कर्जदार हैं और उन्होंने अपने हलफनामे में कर्जे का जिक्र भी किया है।

पहला चरण

पहले चरण की यह है स्थिति

बिहार में बुधवार को होने वाले पहले चरण के मतदान में कुल 1,066 उम्मीदवारों में से 328 उम्मीदवार आपराधिक पृष्ठभूमि वाले हैं और 375 करोड़पति हैं।इनमें से 244 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले हैं। RJD ने सबसे ज्यादा 30, भाजपा 21, LJP) 24, कांग्रेस 12, JDU 15 और बसपा ने आठ आपराधिक पृष्ठभूमि वालों को टिकट दिया है।इसी तरह RJD के सबसे अधिक 39, JDU 31, भाजपा 24, LJP 14, कांग्रेस और बसपा के 12-12 उम्मीदवार करोड़पति हैं।

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