पटना : एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट में बिहार में लोकसभा चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों का एक लेखा-जोखा पेश किया है. पहले से लेकर छठे चरण तक के उम्मीदवारों से जुड़े आपराधिक, आर्थिक और शैक्षणिक जानकारी जो दी गई है उससे यह पता चलता है कि राजनीति में धन और बल की ही चलती है. किसी भी पार्टी के लिए जिताऊ उम्मीदवार ही मायने रख रहा है.
बिहार में सात चरणों में मतदान संपन्न होगा. एडीआर ने कुल छह फेज की जानकारी लोगों के सामने रखी है, जिसके मुताबिक कुल 469 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं. इनमें से 464 उम्मीदवारों की जानकारी सामने आई है. 121 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. यानी ऐसे उम्मीदवारों की संख्या 33 फीसदी है. इसी तरह 121 उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
उम्मीदवारों में 144 उम्मीदवार करोड़पति हैं. उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 2 करोड़ 76 लाख है. बीजेपी के चार, जेडीयू के तीन और आरएलएसपी के दो करोड़पति हैं. वहीं, बहुजन समाज पार्टी के वाल्मीकि नगर से उम्मीदवार दीपक सबसे अमीर हैं. इनके पास 56 करोड़ 94 लाख से अधिक की संपत्ति है.
वैशाली से लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के टिकट पर चुनाव लड़ रही वीणा देवी संपत्ति के मामले में दूसरे स्थान पर हैं. इनकी कुल संपत्ति 33 करोड़ से ज्यादा की है. शिवहर से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रही रमा देवी के पास 32 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति है. हालांकि कई ऐसे उम्मीदवार भी हैं जिनकी संपत्ति कम है. लेकिन ये उम्मीदवार राजनीतिक रूप से ज्यादा मायने नहीं रखते हैं.
जनता पार्टी के टिकट पर पूर्वी चंपारण से चुनाव लड़ रहे प्रशांत राम के पास महज 5 हजार, जबकि दो अन्य उम्मीदवार नरेश कुमार और शिव कुमार चौधरी के पास 28 हजार और 40 हजार की संपत्ति है.
बिहार में छठे दौर में चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 2 करोड़ 66 लाख है. हालांकि कुछ उम्मीदवार ऐसे हैं जिनपर करोड़ों का कर्ज भी है. इन उम्मीदवारों में वैशाली से उम्मीदवार वीणा देवी टॉप पर हैं. उनपर 11 करोड़ से ज्यादा का कर्ज है. पश्चिम चंपारण से बीजेपी उम्मीदवार संजय जायसवाल पर 6 करोड़ से ज्यादा का कर्ज है.
छठे चरण में बीजेपी के चार उम्मीदवारों में सभी चार पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. जबकि जनत दल यूनाइटेड (जेडीयू) के तीन में एक उम्मीदवार पर गंभीर आपराधिक मामला दर्ज है. ष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के पांच उम्मीदवार हैं. सभी उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें से दो के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.