राजनीतिक पार्टियों को दिए जाने वाले चंदे को लेकर काफी बहस हो चुकी है। इसे लेकर सरकार ने कुछ नियम भी बनाए हैं। लेकिन इन्हें बनाए जाने से पहले तक देश की सभी बड़ी राजनीतिक पार्टियों की संपत्ति बेतहाशा बढ़ चुकी थी। ऐसी उछाल देख हैरत से कोई भी उछल सकता है।
मंगलवार को कोलकाता में एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफार्म्स ने देश के सभी सातों राष्ट्रीय दलों की संपत्ति और देयताओं का विवरण जारी किया। 2004-05 में इन सभी दलों की कुल संपत्ति 431.33 करोड़ थी तो 2015-16 में यह बढ़कर 2719.17 करोड़ रुपये हो गई।
2004-05 में बसपा ने 43.09 करोड़ की संपत्ति घोषित की। 2015-16 में 1197 फीसद इजाफे की साथ इस दल की संपत्ति 559.01 करोड़ रुपये पहुंच गई।
इस दौरान भारतीय जनता पार्टी की संपत्ति में 627 फीसद और कांग्रेस की संपत्ति में 353 फीसद इजाफा हुआ।
सबसे आगे रही ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस। इसी समयावधि के दौरान इसकी संपत्ति में अप्रत्याशित 17896 फीसद का इजाफा हुआ।