नई दिल्ली। पिछले एक साल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की संपत्ति में करीब 22% का इजाफा हुआ, जबकि इसी दौरान देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस की संपत्ति में करीब 15 प्रतिशत तक की कमी हुई है। देश की 7 राष्ट्रीय पार्टियों (भाजपा, कांग्रेस, एनसीपी, बीएसपी, सीपीआई, सीपीएम और तृणमूल) ने अपनी संपत्ति, देनदारियों और नकद रकम का लेखाजोखा चुनाव आयोग को सौंपा है। नेताओं पर नजर रखने वाले एनजीओ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) ने साल 2016-17 और 2017-18 के आंकड़ों का विश्लेषण किया है। रिपोर्ट के अनुसार कई राष्ट्रीय पार्टियों ने चुनाव आयोग को दिए बैलेंसशीट यानी बही खाता में कई गाइडलाइनों की अनदेखी की है। साल 2016-17 में 7 राष्ट्रीय पार्टियों की औसत संपत्ति करीब 465.83 करोड़ थी, जो साल 2017-18 में बढ़कर 493.81 करोड़ हो गई। साल 2016- 17 में भाजपा ने जहां 1213.13 करोड़ की संपत्ति की घोषणा की थी, जो 2017-18 में बढ़कर 1483.35 करोड़ हो गई। पार्टी की संपत्ति में करीब 22.27 फीसदी का इजाफा हुआ।
- "प्रजा ही प्रभु है"
- "No Office in this land is more important than that of being a citizen - Felix Frankfurter"