एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने एक रिपोर्ट जारी की है। जिसके अनुसार सत्तारूढ़ भाजपा देश की आठ राष्ट्रीय पार्टियों में सबसे अमीर है। देश की सत्ता पर काबिज भाजपा के पास 2021-22 में सबसे अधिक लगभग 6,046.81 करोड़ रुपये की संपत्ति है।
देश के आठ राष्ट्रीय दलों के पास है कुल कितने रुपये?
एडीआर की एक रिपोर्ट के अनुसार देश के आठ राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के पास 2021-22 में कुल मिलाकर 8,829.15 करोड़ रुपये की संपत्ति है, पिछले वित्तीय वर्ष की अपेक्षा इस बार 20.98 प्रतिशत बढ़ोत्तरी हुई है। वहीं इन आठ राश्ट्रीय दलों में सबसे अमीर पार्टी भाजपा है जिसके पास सबसे अधिक 6,046.81 करोड़ रुपये हैं यानी कुल का 69 प्रतिशत भाजपा के पास ही है।
जानिए कितनी बढ़ी है कुल संपत्ति?
एडीआर की एनालिसिस रिपोर्ट के अनुसार आठ राष्ट्रीय दलों की संपत्ति 2020-22 में 7,297.61 करोड़ रुपये से बढ़कर 8,829.15 करोड़ रुपये हो गई। एडीआर ने अपनी रिपोर्ट शेयर करते हुए बताया कि वित्तीय वर्ष 2004-05 के दौरान राष्ट्रीय दलों द्वारा घोषित संपत्ति 431.33 करोड़ रुपये के बराबर थी, जो वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान बढ़कर 8829.158 करोड़ रुपये हो गई।
भाजपा कि पास है कितने रुपये?
देश की सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी की बात करें तो 2021-22 में भाजपा की संपत्ति 4,990.19 करोड़ रुपये से बढ़कर 6,046.81 करोड़ रुपये हो गई यानी 21.17 प्रतिशत बढ़ी।
जानें दूसरे स्थान पर कौन सा दल है?
वहीं मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस 691.11 करोड़ रुपये से 805.68 करोड़ रुपये हो गई यानी 16.58 प्रतिशत की वृद्धि के साथ इस सूची में दूसरे स्थान पर रही।
बसपा का हुआ बुरा हाल
मायावती की बसपा एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसने संपत्ति में निगेटिव ग्रोथ देखने को मिली इसकी संपत्ति 732.79 करोड़ रुपये से घटकर 690.71 करोड़ रुपये हो गई। बसपा की 5.74 प्रतिशत की गिरावट है।
जानें अन्य राष्ट्रीय पार्टियों का माली हालत?
- ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस की संपत्ति में भारी वृद्धि हुई है। टीएससी की संपत्ति 182 करोड़ रुपये से बढ़कर 458.10 करोड़ रुपये हो गई। यानी 151.70 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है।
- सीपीआई (एम) की संपत्ति 654.79 करोड़ रुपये से बढ़कर 735.77 करोड़ रुपये हो गई।
- सीपीआई की संपत्ति 14.05 करोड़ रुपये से बढ़कर 15.72 करोड़ रुपये हो गई।
- शरद पवार की एनसीपी की संपत्ति में 30.93 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गई।