उत्तर प्रदेश में विधानसभा के लिए पहले चरण का चुनाव 11 फरवरी को होना है। जिसको लेकर सभी सियासी दल चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। इस बीच जो आंकड़े सामने आए हैं उसके मुताबिक पहले चरण के चुनाव में बीजेपी उम्मीदवारों पर सबसे ज्यादा आपराधिक केस दर्ज हैं। उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने पहले चरण में चुनाव लड़ रहे 839 उम्मीदवारों में से 836 उम्मीदवारों के शपथ पत्र की जांच के बाद ये आंकड़े जारी किए हैं। इस जांच के दौरान उम्मीदवारों के वित्तीय और आपराधिक रिकॉर्ड्स की ब्यौरा निकाला गया। उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच और ADR की रिपोर्ट में खुलासा उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट देखें तो इसमें 168 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज हैं। ये आंकड़ा कुल उम्मीदवारों का करीब 20 फीसदी है। चौंकाने वाली बात ये है कि 143 उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं। ये आंकड़ा 17 फीसदी के आस-पास है। बीजेपी के 73 उम्मीदवारों में 29 उम्मीदवारों पर आपराधिक केस रिपोर्ट में कुल 15 उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्होंने अपने हलफनामे में माना है कि उन पर हत्या के मामले में केस दर्ज है। 42 के खिलाफ हत्या की कोशिश का मामला दर्ज है। पांच के खिलाफ महिलाओं पर अपराध और प्रताड़ना का केस दर्ज है। दो उम्मीदवारों ने घोषित किया है कि उनके ऊपर अपहरण का केस दर्ज है। बहुजन समाज पार्टी के 28 उम्मीदवारों पर आपराधिक केस सभी दलों के आंकड़े देखें तो इसमें सबसे आगे भारतीय जनता पार्टी नजर आ रही है जिसके 73 उम्मीदवारों में 29 उम्मीदवार ऐसे हैं जिनके खिलाफ आपराधिक केस दर्ज हैं। मायावती की बहुजन समाज पार्टी के 73 उम्मीदवारों में से 28 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज हैं। राष्ट्रीय लोकदल के 57 उम्मीदवारों में 19 उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्होंने बताया है कि उनके खिलाफ आपराधिक केस दर्ज है। समाजवादी पार्टी के 51 उम्मीदवारों में 15 उम्मीदवारों पर आपराधिक केस दर्ज हैं। वहीं कांग्रेस पार्टी के 24 उम्मीदवारों में 6 के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज हैं। वहीं पहले चरण में निर्दलीय उम्मीदवारों की बात करें तो 293 निर्दलीय उम्मीदवार इस बार चुनाव मैदान में हैं, जिसमें 38 उम्मीदवारों ने हलफनामे में बताया है कि उनके खिलाफ आपराधिक केस दर्ज हैं। गंभीर आपराधिक मामले जिन उम्मीदवारों पर ज्यादा हैं उनमें बीएसपी आगे उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच और एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक गंभीर आपराधिक मामले जिन पार्टियों के उम्मीदवारों पर सबसे ज्यादा है उनमें बीएसपी के 26 उम्मीदवार हैं, ये आंकड़ा करीब 36 फीसदी है। वहीं बीजेपी के 22 उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं, आंकड़ा 30 फीसदी के आस-पास है। राष्ट्रीय लोकदल के 15 उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं, आंकड़ा 26 फीसदी है। 11 फरवरी को है यूपी में पहले चरण का चुनाव सपा के 13 उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं, ये आंकड़ा करीब 26 फीसदी है। वहीं निर्दलीय उम्मीदवारों की बात करें तो 293 में 34 पर गंभीर आपराधिक केस दर्ज हैं, आंकड़ा करीब 12 फीसदी है। रिपोर्ट में जिन उम्मीदवारों को शामिल किया गया उनमें 98 राजनीतिक पार्टियां हैं, इनमें पांच राष्ट्रीय पार्टियां, 8 क्षेत्रीय पार्टियां, 85 गैर मान्यता प्राप्त दल और 293 निर्दलीय उम्मीदवार शामिल हैं।