राजस्थान सरकार के सभी 25 मंत्री करोड़पति हैं। उनकी औसत संपत्ति 7.08 करोड़ रुपये है, जबकि उनमें से आठ आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और राजस्थान इलेक्शन वॉच की मंगलवार को जारी रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। रिपोर्ट में राजस्थान राज्य विधानसभा चुनाव-2023 के मुख्यमंत्री सहित सभी 25 मंत्रियों के स्व-शपथ पत्रों का विश्लेषण किया गया।
रिपोर्ट के अनुसार, "विश्लेषण किए गए 25 मंत्रियों में से आठ मंत्रियों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं। जबकि चार मंत्रियों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं।"
सभी 25 मंत्री करोड़पति हैं और विश्लेषण की गई औसत संपत्ति 7.08 करोड़ रुपये है। सबसे अधिक घोषित कुल संपत्ति वाले मंत्री लोहावट निर्वाचन क्षेत्र से गजेंद्र सिंह हैं। उनकी संपत्ति 29.07 करोड़ रुपये है। जबकि झाडोल (एसटी) निर्वाचन क्षेत्र से बाबूलाल खराड़ी के पास सबसे कम घोषित कुल संपत्ति 1.24 करोड़ रुपये है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 19 मंत्रियों ने देनदारियां घोषित की हैं। जिनमें से सबसे ज्यादा 4.91 करोड़ रुपये की देनदारी वाले मंत्री अलवर शहरी निर्वाचन क्षेत्र के संजय शर्मा हैं।
चार मंत्रियों ने अपनी शैक्षिक योग्यता पांचवीं पास और 12 वीं कक्षा पास के बीच घोषित की है। जबकि 18 मंत्रियों ने स्नातक और उससे ऊपर की शैक्षिक योग्यता घोषित की है और तीन मंत्री डिप्लोमा धारक हैं।
इसमें यह भी कहा गया कि छह मंत्रियों ने अपनी उम्र 31 से 50 साल के बीच घोषित की है। वहीं 19 मंत्रियों ने अपनी उम्र 51 से 80 साल के बीच घोषित की है। कैबिनेट में सिर्फ दो महिला मंत्री हैं।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि सुरेंद्र पाल सिंह वर्तमान में राजस्थान विधानसभा में विधायक नहीं हैं और वह 5 जनवरी को करणपुर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए भाजपा के उम्मीदवार हैं।