एसोसिएशन फाॅर डेमाेक्रेटिक रिफाॅम्र्स और नेशनल इलेक्शन वाॅच ने राज्यसभा के में से वर्तमान सांसदों के आपराधिक, वित्तीय और अन्य पृष्ठभूमि विवरणो का विश्लेषण करते हुए रिपोर्ट जारी की है। राज्यसभा के 233 सांसदों मे से 225 वर्तमान सांसदों के आपराधिक, वित्तीय और अन्य पृष्ठभूमि विवरणो का विश्लेषण करते हुए बीते शुक्रवार (18 अगस्त 23) को यह विस्तृत रिपोर्ट जारी हुई है जिसमें कहा गया है कि राज्य सभा सांसदों की औसत आय ₹80.93 करोड़ है और 33 प्रतिशत सांसद आपराधिक पृष्ठभूमि के भी हैँ। आइये इस रिपोर्ट मे राज्य सभा सांसदों के आर्थिक पक्ष पर निगाह डालें। - मनोज ध्यानी, प्रदेश समन्वयक, एडीआर उत्तराखंड इलेक्शन वॉच।
राजयसभा के 233 सांसदों मे से 225 सांसदों को लेकर यह विश्लेषण जारी हुआ है।
राज्य सभा इसे Elders House भी कहा जाता है और माना जाता है कि यहाँ पर बहुतायत योग्य, कर्मनिष्ठ व विद्वानों की भरमार होती है। विद्वानों का मत है कि राजनीतिक दल जिन योग्य व्यक्तियों को किसी कारणवश लोकसभा मे नहीं भेज पाती हैँ, उनको वह राज्य सभा के माध्यम से प्रतिनिधित्व प्रदान करती हैँ ताकि उनकी सेवा का लाभ विषय विमर्श व विधि निर्माण के साथ साथ सरकार अथवा व्यवस्था संचालन मे भी प्राप्त किया जा सके। राज्य सभा के सांसद या तो राज्य की विधान सभा द्वारा चुनकर भेजे जाते हैँ अथवा वह राष्ट्रपति द्वारा मनोनीत होकर ऊपरी सदन के सदस्य बनते हैँ।
धनबल का राजयसभा प्रतिनिधित्व मे कितना प्रभाव है आप इस बात से अंदाजा लगा लीजिए कि 27 राज्य सभा सांसद (कुल 12%) अरबपति हैँ।
राज्य सभा में 27 सांसद अरबपति।
कुल 225 में से 27 (12 प्रतिशत) राज्यसभा के वर्तमान सांसद अरबपति (₹100 करोड़ या उससे अधिक सम्पत्ति के स्वामी) हैं। इन अरबपति सांसदों को दलवार देखा जाए तो भारतीय जनता पार्टी के 85 में से 6 (7 प्रतिशत), भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 30 में से 4 (13 प्रतिशत), YSR कांग्रेस पार्टी के 9 में से 4 (44 प्रतिशत), आम आदमी पार्टी के 10 में से 3 (30 प्रतिशत), तेलंगाना राष्ट्र समिति के 7 में से 3 (43 प्रतिशत) और राष्ट्रीय जनता दल के 6 में से 2 (33 प्रतिशत) राज्यसभा के वर्तमान सांसद अरबपति हैं। (घोषित संपत्ति ₹ 100 करोड़ से अधिक)।
यदि इस ओर निगाह डाली जाए कि वह कौन से राज्य हैँ जहां से अरबपति सांसद सबसे अधिक प्रतिनिधित्व प्राप्त कर रहें हैँ तो उनमें आंध्र प्रदेश के 11 राज्य सभा सांसदों में से 05 अरबपति सम्पत्ति घोषित करने वाले सांसद हैँ. इसी प्रकार से तेलंगाना के 07 में से 03, महाराष्ट्र के 19 में से 03, दिल्ली के 03 में sev01, वपनजाब के 07 में से 02, हरियाणा के 05 में से 01 और मध्य प्रदेश के 11 में से 02 सांसद अरबपति हैँ।
राज्य सभा सांसदों की औसतन आय ₹80.93 करोड़।
एडीआर नेशनल इलेक्शन वॉच द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार राज्यसभा के वर्तमान सांसदों की औसतन सम्पत्ति ₹80.93 करोड़ है। राज्यसभा के सांसदों पर जारी रिपोर्ट पर दलवार बात की जाए तो भारतीय जनता पार्टी के 85 राज्यसभा सांसदों की औसतन सम्पत्ति ₹30.34 करोड़, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 30 राज्यसभा सांसदों की औसतन सम्पत्ति ₹51 करोड़, ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के 13 राज्यसभा सांसदों की औसतन सम्पत्ति ₹3.55 करोड़, YSR कांग्रेस पार्टी के 09 राज्यसभा सांसदों की औसतन सम्पत्ति ₹395.68 करोड़, तेलंगाना राष्ट्र समिति के 07 राज्यसभा सांसदों की औसतन सम्पत्ति 799.46 करोड़, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के 03 राज्यसभा सांसदों की औसतन सम्पत्ति ₹19.57 करोड़ और आम आदमी पार्टी के 10 राज्यसभा सांसदों की औसतन सम्पत्ति ₹131.66 करोड़ है।
राज्यसभा सांसदों की कुल सम्पत्ति ₹18,210 करोड़।
भारतीय जनता पार्टी के 85 राज्यसभा सांसदों की कुल घोषित सम्पत्ति ₹2,579 करोड़, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 30 राज्यसभा सांसदों की कुल घोषित सम्पत्ति ₹1,549 करोड़, YSR कांग्रेस पार्टी के 09 राज्यसभा सांसदों की कुल घोषित सम्पत्ति ₹3,561 करोड़, तेलंगाना राष्ट्र समिति के 07 राज्यसभा सांसदों की कुल घोषित सम्पत्ति ₹5,596 करोड़ और आम आदमी पार्टी के 10 राज्यसभा सांसदों की कुल घोषित सम्पत्ति ₹1,316 करोड़ है।
अधिकतम सम्पत्ति वाले 03 शीर्ष राज्यसभा सांसद।
तेलंगाना राष्ट्र समिति के तेलंगाना से राज्यसभा सांसद द्वारा घोषित सम्पत्ति (चल व अचल सम्पत्ति) ₹5300 करोड़ से भी अधिक है। वहीं YSR कांगेस पार्टी के आंध्र प्रदेश से राज्य सभा सांसद आला अयोध्या रामी रेड्डी ₹2577 करोड़ से अधिक चल व अचल सम्पत्ति के मालिक हैँ। अपने जमाने की सुप्रसिद्ध सिने तारिका रही बच्चन जया अमिताभ जो कि उत्तर प्रदेश से समाजवादी पार्टी की राज्यसभा सांसद हैँ उनकी घोषित सम्पत्ति ₹1001 करोड़ से अधिक है।
न्यूनतम सम्पत्ति घोषित करने वाले 03 राज्यसभा सांसद।
ऐसा भी नहीं है कि वर्तमान राज्यसभा में धनबल वालों की ही भरमार है। वर्तमान राज्यसभा में 04 सांसद ऐसे भी हैँ जिनकी कुल चल अचल सम्पत्ति ₹10 लाख से भी कम है। इनमें आम आदमी पार्टी के पंजाब के राज्य सभा सांसद संत बलबीर सिँह की कुल सम्पत्ति ₹3,79,972, मणिपुर से भारतीय जनता पार्टी के सांसद की कुल सम्पत्ति ₹5,48,594, आम आदमी पार्टी के दिल्ली से सांसद संजय सिंह की कुल घोषित सम्पत्ति ₹6,60,513 व ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के पश्चिम बंगाल से सांसद प्रकाश चिक बारेक द्वारा कुल घोषित सम्पत्ति ₹9,25,000 मात्र है।
राज्यसभा के 166 सांसदों पर है करोड़ों की देनदारी.
एडीआर नेशनल इलेक्शन वॉच द्वारा जारी रिपोर्ट में जो एक अहम खुलासा किया गया है वह है राज्यसभा सांसदों पर वित्तीय देनदारी का रिकॉर्ड। वर्तमान राज्यसभा में जिन 225 सांसदों का विश्लेषण किया गया है उनमें से 166 राज्यसभा सांसदों पर भारी वित्तीय देनदारी भी घोषित है। YSR कांग्रेस पार्टी के नाथवानी परिमल और आला अयोध्या रामी रेड्डी पर ₹209+ करोड़ व ₹105+ क्रमशः की वित्तीय देनदारी है। समाजवादी पार्टी से सांसद बच्चन जया अमिताभ पर भी ₹105+ करोड़ की देनदारी घोषित है।
एडीआर नेशनल इलेक्शन वॉच द्वारा राज्यसभा सांसदों पर जारी रिपोर्ट के कुछ अन्य दिलचस्प पहलु।
एडीआर नेशनल इलेक्शन वॉच द्वारा जारी रिपोर्ट बताती है कि वर्तमान राज्य सभा मे 75 ऐसे सांसद (कुल 33%) आपराधिक पृष्ठभूमि के भी हैँ। इनमें से 41 सांसद (कुल 18%) गंभीर आपराधिक पृष्ठभूमि घोषित किए हुए हैं। (राज्य सभा मे आपराधिक पृष्ठभूमि के सांसदों पर हम विस्तार से अलग समाचार बनाएंगे)
देश के ऊपरी सदन मे महिलाओँ का प्रतिनिधित्व मात्र 13 प्रतिशत है। राजयसभा मे मात्र 29 महिला सांसद हैँ। (इसपर हमें विस्तृत समाचार अलग से प्रकाशित करेंगे।)
वर्तमान राज्यसभा में 1 सीट खाली है व तीन सांसदों के शपथपत्र उपलब्ध नहीं होने के कारण उनका विश्लेषण इस जारी रिपोर्ट मे शामिल नहीं की जा सकी है। चुंकि जम्मू- कश्मीर की 4 सीटें अभी अपरिभाषित हैँ अतः उनका विश्लेषण राज्यसभा चुनावों और उसके बाद हुए उपचुनावों से पहले उम्मीदवारों द्वारा प्रस्तुत शपथपत्र पर आधारित है।