देहरादून, सुमन सेमवाल। उत्तराखंड की पांच लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ रहे 52 प्रत्याशियों में से 51 के शपथपत्रों का एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉम्र्स (एडीआर) ने अध्ययन किया है। इसमें हरिद्वार सीट से निर्दलीय प्रत्याशी मनीष वर्मा का शपथपत्र एडीआर टीम ने अस्पष्ट पाया, जिसके आधार पर उनका विवरण जारी नहीं किया जा सका।
शपथपत्रों के अध्ययन के आधार पर एडीआर ने जो रिपोर्ट जारी की है, उसके अनुसार 21 प्रत्याशी करोड़पति (साझा संपत्ति को मिलाकर) हैं। सबसे अधिक संपत्ति के मामले में 184 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ टिहरी सीट से भाजपा प्रत्याशी माला राज्य लक्ष्मी शाह पहले स्थान पर हैं। इतना ही नहीं लोकसभा चुनाव के पहले चरण में खड़े करोड़पति प्रत्याशियों में माला राज्य लक्ष्मी देशभर में 10वें स्थान पर हैं।
उत्तराखंड के करोड़पति प्रत्याशियों में दूसरे स्थान की बात करें तो हरिद्वार सीट से बसपा प्रत्याशी डॉ. अंतरिक्ष सैनी के पास 86.90 करोड़ रुपये की संपत्ति है। इसके साथ ही सर्वाधिक धनवान प्रत्याशियों में उनका देशभर में स्थान 25वां है। इसके अलावा 10 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति में टिहरी सीट से उत्तराखंड प्रगतिशील पार्टी प्रत्याशी संजय कुंडलिया का नाम है। इसके बाद नौ से पांच करोड़ रुपये की संपत्ति में चार प्रत्याशी शामिल हैं, जबकि एक करोड़ रुपये से अधिक व पांच करोड़ रुपये से कम की संपत्ति में 13 प्रत्याशी शामिल हैं। इस तरह कुल 41 फीसद प्रत्याशी करोड़पति हैं, जो देश के 32 फीसद के औसत से भी अधिक है। सर्वाधिक 10 करोड़पति प्रत्याशी टिहरी लोकसभा सीट से हैं।
135 करोड़ के कर्ज के साथ माला टॉप पर
टिहरी सीट से भाजपा प्रत्याशी माला राज्य लक्ष्मी शाह के पास भले ही 184 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है, मगर उन पर (पति को मिलाकर) 135 करोड़ रुपये का कर्ज भी है। इस तरह कर्ज के मामले में वह पूरे देश में पहले स्थान पर हैं।
मनीष वर्मा ने दिखाई 400 करोड़ से अधिक की संपत्ति
हरिद्वार सीट से निर्दलीय प्रत्याशी मनीष वर्मा के शपथपत्र को अस्पष्ट बताते हुए भले ही एडीआर ने उसका विश्लेषण नहीं किया, मगर जितनी जानकारी पठनीय है, उसके आधार पर मनीष वर्मा की संपत्ति 400 करोड़ रुपये से अधिक की प्रतीत होती है। इस तरह उन्हें उत्तराखंड का सर्वाधिक धनाढ्य प्रत्याशी माना जा सकता है। साथ ही देश में वह दूसरे नंबर के प्रत्याशी भी हैं।
आठ प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले दर्ज
एडीआर ने जिन 51 प्रत्याशियों के शपथ पत्रों का अध्ययन किया, उनमें से आठ पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इस तरह 16 फीसद प्रत्याशियों पर किसी न किसी तरह के वाद दर्ज हैं। वहीं, पांच प्रत्याशी (10 फीसद) ऐसे हैं, जिन पर गंभीर प्रकृति के मामले पंजीकृत हैं। 16 प्रदेशों में से नौ ही ऐसे हैं, जहां आपराधिक मामले वाले प्रत्याशियों की संख्या उत्तराखंड से अधिक है।
टिहरी सीट रेड अलर्ट सूची में
आपराधिक मामले वाले सर्वाधिक प्रत्याशियों को देखते हुए टिहरी लोकसभा सीट को रेड अलर्ट की सूची में रखा गया है। जिस भी सीट पर तीन प्रत्याशी आपराधिक मामले वाले होते हैं, उसे रेड अलर्ट की सूची में रखा जाता है। इस सीट पर कुल 15 प्रत्याशियों में से चार पर विभिन्न मामले दर्ज हैं। इनमें कांग्रेस समेत बहुजन समाज पार्टी (बसपा), उत्तराखंड क्रांति दल व उत्तराखंड क्रांति दल डेमोक्रेटिक के प्रत्याशियों के नाम हैं।