Skip to main content
Source
Jansatta
https://www.jansatta.com/elections/lok-sabha-elections-candidates-tainted-on-41-percent-seats-in-first-phase/3300063/
Author
जनसत्ता
Date
City
New Delhi

1,618 उम्मीदवारों में से 16 फीसद यानी 252 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि 10 फीसद यानी 161 उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।

लोकसभा चुनाव के पहले चरण में जिन 102 सीट पर 19 अप्रैल को मतदान होने जा रहा है, उनमें से 42 सीट ऐसी हैं, जहां पर तीन या इससे अधिक उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। द एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफार्म (एडीआर) ने शपथ पत्र के आंकलन पर यह रिपोर्ट तैयार की है।

रिपोर्ट में ही उम्मीदवारों की वित्तीय स्थिति का भी आंकलन पेश किया गया है। इसके मुताबिक इस चरण में चुनाव मैदान में उतारने वाले उम्मीदवारों में सबसे अमीर उम्मीदवार कांग्रेस उम्मीदवार नकुल नाथ है। एडीआर ने पहले चरण के लिए नामांकन दाखिल करने वाले 1625 उम्मीदवारों में से 1618 उम्मीदवारों के चुनावी हलफनामे का विश्लेषण किया। 1,618 उम्मीदवारों में से 16 फीसद यानी 252 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं जबकि 10 फीसद यानी 161 उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।

चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों में सात उम्मीदवारों पर हत्या का मुकदमा दर्ज हैं, जबकि 19 उम्मीदवारों के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला है। एडीआर के मुताबिक 18 उम्मीदवारों ने अपने हलफनामों में महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित मामलों की घोषणा की है, और उनमें से एक पर भारतीय दंड संहिता (आइपीसी) की धारा 376 के तहत बलात्कार का आरोप है। संगठन ने बताया कि 35 उम्मीदवार ऐसे हैं जिन पर घृणा भाषण देने का आरोप है।

इसके मुताबिक सात चरणों के लोकसभा चुनाव में पहले चरण में जिन 102 सीट पर 19 अप्रैल को मतदान होगा उनमें से 42 सीट यानी 41 फीसद ‘रेड अलर्ट’ निर्वाचन क्षेत्र हैं। एडीआर के मुताबिक ‘रेड अलर्ट’ निर्वाचन क्षेत्र का अभिप्राय उन सीट से हैं जहां से किस्मत आजमा रहे तीन या उससे अधिक उम्मीदवारों ने अपने हलफनामे में आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है। विश्लेषण के मुताबिक राष्ट्रीय जनता दल (राजद) द्वारा इस चरण के लिए मैदान में उतारे गए सभी चारों उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज है।

तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के 22 उम्मीदवारों में से 13 (59 फीसद), समाजवादी पार्टी के घोषित सात उम्मीदवारों में तीन पर (43 फीसद), तृणमूल कांग्रेस के घोषित पांच उम्मीदवारों में दो (40 फीसद), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा घोषित 77 उम्मीदवारों में से 28 (36 फीसद), कांग्रेस द्वारा घोषित 56 उम्मीदवारों में से 19 (34 फीसद) पर आपराधिक मामला दर्ज है। इसी प्रकार आल इंडिया अन्ना द्रविड मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) की ओर से मैदान में उतारे गए 36 उम्मीदवारों में से 13 (36 फीसद) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) द्वारा घोषित 86 उम्मीदवारों में से 11 (13 फीसयद) दागी हैं।

छिंदवाड़ा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार नकुल नाथ ने सबसे अधिक 716 करोड़ रुपए की संपत्ति घोषित की है। इसके बाद तमिलनाडु के इरोड से अन्नाद्रमुक प्रत्याशी अशोक कुमार ने 662 करोड़ रुपए की संपत्ति होने की जानकारी दी है। भाजपा के टिकट पर तमिलनाडु के शिवगंगा से किस्मत आजमा रहे देवनाथन यादव टी ने 304 करोड़ रुपए की संपत्ति होने की जानकारी दी है।

रिपोर्ट के मुताबिक पहले चरण के चुनाव में लगभग 28 फीसद उम्मीदवार ‘करोड़पति’ हैं, जिनकी संपत्ति एक करोड़ रुपए से अधिक है। पहले चरण में किस्मत आजमा रहे उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 4.51 करोड़ रुपए है, जो दलों से परे उल्लेखनीय असमानता को उजागर करता है। इस बार राजद के सभी चार उम्मीदवार करोड़पति हैं।

जबकि अन्नाद्रमु के 36 उम्मीदवारों में 35 (97 फीसद), द्रमुक के 22 में से 21 (96 फीसद), भाजपा के 77 में से 69 (90 फीसद), कांग्रेस के 56 में से 49 (88 फीसद), तृणमूल कांग्रेस के पांच में से चार (80 फीसद)और बसपा के 86 में से 18 (21 फीसद) उम्मीदवार ऐसे हैं, जिन्होंने अपनी संपत्ति एक करोड़ रुपए से अधिक होने की जानकारी दी है।