Source: 
Bharat Times
https://eng-bharattimes-co-in.translate.goog/%E0%A4%B8%E0%A4%BF%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%A7%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%AE%E0%A5%88%E0%A4%AF%E0%A4%BE-%E0%A4%95%E0%A5%88%E0%A4%AC%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A5%87%E0%A4%9F-%E0%A4%95%E0%A5%87-9-%E0%A4%AE/?_x_tr_sl=en&_x
Author: 
Date: 
21.05.2023
City: 
New Delhi

कर्नाटक कैबिनेट में कुल 34 मंत्रियों को शामिल किया जाना है।

अब तक केवल 8 को शामिल किया गया है।

20 मई को कर्नाटक में सिद्धारमैया कैबिनेट में शपथ लेने वाले सभी नौ मंत्रियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं।

डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के खिलाफ सबसे ज्यादा 19 और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के खिलाफ 13 मामले दर्ज हैं.

इतना ही नहीं ये सभी मंत्री भी करोड़पति हैं।

कर्नाटक इलेक्शन वॉच एंड एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।

यह रिपोर्ट कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की सरकार के नौ मंत्रियों के हलफनामों के आधार पर तैयार की गई है।

सभी नौ मंत्रियों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामलों की जानकारी भी दी है.

इनमें से चार के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।

ये हैं सिद्धारमैया कैबिनेट के 9 मंत्री

20 मई को कर्नाटक में मुख्यमंत्री और 9 कैबिनेट मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह हुआ।

जिसमें डीके शिवकुमार को डिप्टी सीएम बनाया गया। इन सभी को राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने शपथ दिलाई।

सीएम सिद्धारमैया कुरुबा से हैं और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार वोक्कालिगा समुदाय से आते हैं।

इनके अलावा डॉ. जी परमेश्वर, केएच मुनियप्पा, प्रियांक खड़गे एससी से हैं।

सतीश जरकीहोली एसटी से हैं, एमबी पाटिल लिंगायत समुदाय से हैं, केजी जॉर्ज क्रिश्चियन, जमीर अहमद खान मुस्लिम और रामलिंगा रेड्डी रेड्डी समुदाय से हैं।

डीके शिवकुमार को कर्नाटक का डिप्टी सीएम बनाया गया है।

डीके शिवकुमार को कर्नाटक का डिप्टी सीएम बनाया गया है।

शिवकुमार सबसे अमीर, प्रियांक खड़गे के पास सबसे कम संपत्ति

कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार सबसे अमीर कैबिनेट मंत्री हैं क्योंकि उन्होंने कुल 1413.80 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे सबसे कम घोषित संपत्ति वाले मंत्री हैं।

चित्तपुर विधायक प्रियांक के पास महज 16.83 करोड़ रुपये की संपत्ति है.

इन मंत्रियों की औसत संपत्ति 229.27 करोड़ रुपए है।

रिपोर्ट में सभी नौ मंत्रियों की देनदारियों का भी जिक्र है।

इनमें सबसे ज्यादा देनदारी कनकपुरा के विधायक डीके शिवकुमार की है।

उन पर 265.06 करोड़ की देनदारी है।

रिपोर्ट में केजे जॉर्ज के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उनके स्पष्ट और पूर्ण हलफनामों का विवरण भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध नहीं था।

इसलिए उनका डाटा एनालिसिस नहीं हो सका।

बाकी कैबिनेट मंत्रियों के बारे में जानकारी।

नाम सभा आयु शिक्षा कुल संपत्ति देनदारियों आपराधिक मुकदमा
सिद्धारमैया वरुण 75 साल स्नातक 51 करोड़ 23 करोड़ 13
डीके शिवकुमार कनकपुरा 60 साल स्नातकोत्तर 1413 करोड़ 265 करोड़ 19
सतीश लक्ष्मण जरखोली यमकानमर्डी 60 साल 12वीं पास 175 करोड़ 12 करोड़ 2
एमबी पाटिल बबलेश्वर 58 साल स्नातक 141 करोड़ 47 करोड़ 5
रामलिंगा रेड्डी बीटीएम लेआउट 70 साल स्नातक 110 करोड़ 35 करोड़ 4
जमीर अहमद खान चमराजपेट 55 वर्ष 8वीं पास 72 करोड़ 42 करोड़ 6
केएच मुनियप्पा देवनहल्ली 75 साल स्नातक 59 करोड़ 27 करोड़ 1
डॉ. जी परमेश्वर cortagere 72 साल डॉक्टर की उपाधि 21 करोड़ 9 करोड़ 3

9 में से 3 मंत्रियों के पास सिर्फ स्कूली शिक्षा

एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, सिद्धारमैया कैबिनेट के 9 में से 3 मंत्रियों के पास सिर्फ स्कूली शिक्षा है।

ये तीनों 8वीं पास से लेकर 12वीं पास हैं।

जबकि छह मंत्रियों ने स्नातक या इससे अधिक किया है।

हलफनामे में पांच मंत्रियों ने अपनी उम्र 41 से 60 साल के बीच बताई है, जबकि चार मंत्रियों ने अपनी उम्र 61 से 80 साल के बीच बताई है.

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि कर्नाटक के नए मंत्रिमंडल में कोई महिला मंत्री नहीं है।

नतीजों के 6 दिन बाद कर्नाटक में सरकार बनी

20 मई को सीएम कार्यालय में सिद्धारमैया की नेमप्लेट लगाई गई थी।

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे 13 मई को आए थे।

कांग्रेस को 224 में से 135, बीजेपी को 66 और जेडीएस को 19 सीटों पर जीत मिली थी.

नतीजे आने के बाद कांग्रेस में सीएम पद को लेकर पांच दिनों तक मंथन चलता रहा. सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार के बीच दावा था।

हाईकमान ने सिद्धारमैया को चुना।

सोनिया गांधी ने डीके को डिप्टी सीएम के लिए मनाया.

डीके लोकसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री बनेंगे।

शिवकुमार 50-50 फॉर्मूले पर राजी हो गए हैं।

सिद्धारमैया पहले ढाई साल और अगले ढाई साल डीके मुख्यमंत्री रहेंगे।

यानी लोकसभा चुनाव के बाद 2025 में डीके मुख्यमंत्री बनेंगे।

हालांकि, तब कर्नाटक का कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा, इसका नाम अभी तय नहीं हुआ है।

© Association for Democratic Reforms
Privacy And Terms Of Use
Donation Payment Method