सिद्धारमैया कैबिनेट के मंत्रियों पर एडीआर की रिपोर्ट सामने आई है। रिपोर्ट से पता लगता है कि 32 मंत्रियों में से 24 पर क्रिमिनल केस हैं। 31 करोड़पति हैं। कई मंत्री सिर्फ आठवीं पास हैं।
कर्नाटक में सिद्धारमैया कैबिनेट में मंत्रालय का बंटवारा हो चुका है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के पास वित्त, कैबिनेट मामले, व्यक्तिगत और प्रशासनिक सुधार विभाग, इंटेलिजेंस, सूचना और सभी गैर आवंटित विभाग हैं। वहीं, डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार को मेजर एंड मीडियम सिंचाई और बेंगलुरु सिटी डेवलपमेंट प्रभार सौंपा गया है। इस बीच सिद्धारमैया कैबिनेट के मंत्रियों पर एडीआर की रिपोर्ट सामने आई है। रिपोर्ट से पता लगता है कि 32 मंत्रियों में से 24 पर क्रिमिनल केस हैं। कई मंत्री सिर्फ आठवीं पास हैं।
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, 32 मंत्रियों में से 31 (97%) करोड़पति हैं, जिनकी औसत संपत्ति 119.06 करोड़ रुपये आंकी गई है। इसके अलावा 32 में से 24 पर क्रिमिनल केस हैं। एडीआर की रिपोर्ट में कहा गया है कि 32 नए मंत्रियों में से, बेलगाम निर्वाचन क्षेत्र से लक्ष्मी आर. हेब्बलकर नाम की कैबिनेट में केवल एक महिला हैं, उन्होंने 13 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति और 5 करोड़ रुपये से अधिक की देनदारी घोषित की है। रिपोर्ट में कहा गया है, “18 (56%) मंत्रियों ने अपनी आयु 41 से 60 वर्ष के बीच घोषित की है जबकि 14 (44%) मंत्रियों ने अपनी आयु 61 से 80 वर्ष के बीच घोषित की है।”
सबसे धनी कौन
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने सबसे अधिक 1,413.80 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की। वहीं, सबसे कम घोषित संपत्ति वाले मंत्री मुधोल (एससी) निर्वाचन क्षेत्र से तिम्मापुर रामप्पा बलप्पा हैं, जिनकी संपत्ति 58.56 लाख रुपये है।
कितने शिक्षित हैं मंत्री
जहां तक शिक्षा का सवाल है, एडीआर रिपोर्ट के मुताबिक छह (19%) मंत्रियों ने अपनी शैक्षणिक योग्यता 8वीं पास और 12वीं पास के बीच घोषित की है। 24 (75%) मंत्रियों ने स्नातक और उससे ऊपर की शैक्षणिक योग्यता होने की घोषणा की है और दो मंत्री डिप्लोमा धारक हैं।
गौरतलब है कि कांग्रेस ने 10 मई को 224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा के चुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को बाहर कर 135 सीटों पर जीत हासिल की थी। भाजपा को राज्य से 66 सीटें मिली थीं।