200 में से 141 विधायक करोड़पति, कामिनी व विश्वेंद्र अरबपति
जयपुर. वर्ष 2008 की तुलना में हमारे विधायकों की औसत संपत्ति में ढाई गुना वृद्धि दर्ज की गई है। वर्ष 2008 में विधायकों की औसत संपत्ति 2 करोड़ 8 लाख 56474 रुपए थी, जो वर्ष 2013 में बढ़कर 5 करोड़ 81 लाख 44654 रुपए पहुंच गई। प्रदेश के 200 विधायकों में से 141 विधायक करोड़पति हैं। इनकी कुल संपत्ति एक करोड़ रु. से अधिक है।
कांग्रेस विधायकों की औसत संपत्ति आट करोड़ रुपए
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ये आंकड़े एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिर्फोंस की ओर से जारी किए गए हैं। इनमें विधायकों की औसत संपत्ति चार करोड़ रुपए है जबकि कांग्रेस के विधायकों की औसत संपत्ति आठ करोड़ रुपए है। इसी तरह निर्दलीय व बसपा विधायकों की औसत संपत्ति चार करोड़ रुपए है। सबसे ज्यादा औसत संपत्ति जमींदारा पार्टी के विधायकों की 98 करोड़ रुपए आंकी जा रही है। हालांकि इसमें 99 प्रतिशत से ज्यादा संपत्ति कामिनी जिंदल की है। सोनादेवी की संपत्ति 61 हजार रुपए ही है।
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आपराधिक रिकार्ड वाले विधायक 46% से बढ़कर 72%
वर्ष 2008 की तुलना में आपराधिक रिकार्ड वाले विधायकों की संख्या वर्ष 2013 में 26 प्रतिशत तक बढ़ी है। वर्ष 2008 में आपराधिक रिकार्ड वाले 46 प्रतिशत थे जो बढ़कर वर्तमान में 72 प्रतिशत हुए है। इनमें दो मंत्रियों पर 302 हत्या के मुकदमे भी थे जो कि एनकाउंटर केस से जुड़े हुए थे। बीजेपी के 25 विधायकों पर मामले दर्ज थे जिनमें 16 गंभीर आपराधिक मामले थे। कांग्रेस के 6 विधायकों पर मामले दर्ज थे। 7 निर्दलीय विधायको में से 2 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज है।
नोट - पांच साल से ज्यादा सजा वाला अपराध, गैर जमानती अपराध, सरकारी खजाने को नुकसान, हत्या अपहरण, हमला और महिलाओं से अत्याचार से जुड़े मामले को गंभीर आपराधिक मामला बनाया है।
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एडीआर के राष्ट्रीय समन्वयक रिटायर्ड मेजर जनरल अनिल वर्मा कहते है- सिर्फ राजस्थान ही नहीं पूरे देश की राजनीति में बढ़ रहे आपराधिक पृष्ठभूमि के नेता और करोड़पति नेता चिंता का विषय होने चाहिए।