Skip to main content
Source
TV9Hindi
https://www.tv9hindi.com/india/bjp-congress-and-other-national-parties-declare-income-in-2022-23-adr-report-how-much-who-earned-2459350.html
Author
TV9 Bharatvarsh
Date

फाइनेंशियल ईयर 2022-23 में बीजेपी की बंपर कमाई हुई है. बीजेपी ने 2361 करोड़ रुपये की आय घोषित की है, जो इन छह दलों के टोटल इनकम का 76 फीसदी है. वहीं, NPEP की आय में 1500 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है. जानें पिछले साल किसकी कितनी कमाई हुई?

फाइनेंशियल ईयर 2022-23 में बीजेपी समेत देश की छह नेशनल पार्टियों की कितनी कमाई हुई, इसको लेकर एडीआर (ADR) ने अपनी रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि 2022-23 में छह नेशनल पार्टियों की कुल कमाई 3077 करोड़ रुपये हुई. इनमें सबसे ज्यादा कमाई बीजेपी को हुई है. बीजेपी ने 2361 करोड़ रुपये की आय घोषित की है, जो इन छह दलों के टोटल इनकम का 76 फीसदी है. रिपोर्ट में छोटे दलों के इनकम का भी खुलासा किया गया है.

2022-23 में किसकी कितनी कमाई?

एडीआर ने अपनी इस रिपोर्ट में बताया है कि फाइनेंशियल ईयर 2022-23 में बीजेपी के अलावा काग्रेस की कुल कमाई 453 करोड़ थी, जो इन छह राष्ट्रीय दलों के कुल आय का 15.70 फीसदी है. इसके अलावा CPIM की कुल आय 142 करोड़, आम आदमी पार्टी (AAP) की आय 85 करोड़, बहुजन समाजवादी पार्टी यानी BSP की आय 29 करोड़, NPEP की कुल कमाई 7.5 करोड़ थी.

वहीं, अगर फाइनेंशियल ईयर 2021-22 और 2022-23 के बीच तुलना करें तो भारतीय जनता पार्टी ने 2021-22 में 1917 रुपये की कमाई की थी जबकि 2022-23 में बीजेपी की इनकम बढ़कर 2361 हो गई. वहीं, 2021-22 में कांग्रेस की आय 541 करोड़ थी, जो 2022-23 में घटकर 452 करोड़ हो गई यानी कांग्रेस की आय में 16.42 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है.

NPEP की आय में 1500 फीसदी की वृद्धि

उधर, NPEP की आय में 1500 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है. फाइनेंशियल ईयर 2021-22 में एनपीईपी की आय 47.20 लाख रुपये थी, जो 2022-23 में बढ़कर 7.5 करोड़ हो गई. आम आदमी पार्टी की आय 2021-22 में 44 करोड़ थी. 2022-23 में बढ़कर 87 करोड़ हो गई. यानी AAP के इनकम में 91 फीसदी की वृद्धि हुई है. इसके अलावा सीपीआईएम और बीएसपी के इनकम में कमी आई है. CPIM की आय 2021-22 में 162 करोड़ थी, जो 2022-23 में घटकर 141 करोड़ हो गई. इसके इनकम में 12 फीसदी की कमी देखी गई. इसके अलावा BSP की आय 2021-22 में 43 करोड़ थी, जो 2022-23 में घटकर 29 करोड़ रह गई. मतलब बहुजन समाजवादी पार्टी को 33 फीसदी का घाटा हुआ.