देश की जनता में बड़ी आबादी भले ही तंगहालों की हो, लेकिन अपने ज्यादातर नेता पूरी तरह से मालामाल हैं। यह खुलासा हुआ है एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की एक ताजा रिपोर्ट में। देश में विधायकों ने इतनी संपत्ति जुटा रखी है, जो कई राज्यों के सालाना बजट पर भी भारी पड़ रहे हैं।
एडीआर की इस रिपोर्ट के मुताबिक देश भर के मात्र 4,001 एमएलए के पास 54,545 करोड़ रुपए की संपत्ति है। यकीन करना मुश्किल है, लेकिन यह नागालैंड, मिजोरम और सिक्कम जैसे तीन राज्यों के साल 2023-24 के कुल सालाना बजट से भी यह ज्यादा है।
कई राज्यों के बजट से ज्यादा एमएलए की संपत्ति
जब देश के धनाढ्य विधायकों की बात आती है तो कर्नाटक के एमएलए लगता है कि सब पर भारी पड़ते हैं। इस रिपोर्ट के अनुसार कर्नाटक के विधायकों की कुल संपत्ति 21 अन्य राज्यों के सभी विधायकों की कुल संपत्ति से भी ज्यादा है। नागालैंड का इस साल का बजट 23,086 करोड़ रुपए, मिजोरम का 14,210 करोड़ रुपए और सिक्किम का 11,807 करोड़ रुपए का है, जो कुल मिलाकर 49,103 करोड़ रुपए ही होता है।
21 राज्यों के सभी विधायकों से भी अधिक कर्नाटक के सारे एमएलए की संपत्ति
इस रिपोर्ट के अनुसार कर्नाटक के विधायकों की कुल संपत्ति 14,359 करोड़ रुपए है। यह रकम इस साल के मिजोरम और सिक्किम के संयुक्त बजट प्रावधानों से भी ज्यादा है। एडीआर के मुताबिक कर्नाटक के एमएलए के पास इतनी प्रॉपर्टी है कि अगर 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सारे विधायकों की संपत्ति मिला दें तो यह उससे भी अधिक है।
जिन राज्यों के सारे विधायकों की कुल संपत्ति कर्नाटक के सभी विधायकों से कम है, वे हैं, राजस्थान, पंजाब, अरुणाचल प्रदेश, बिहार, दिल्ली, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल, गोवा, मेघालय, ओडिशा, असम, नागालैंड, उत्तराखंड, केरल, पुडुचेरी, झारखंड, सिक्किम, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा। इन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सभी विधायकों की कुल जमा-पूंजी सिर्फ 13,976 करोड़ रुपए है।
देश के सीटिंग एमएलए की औसत संपत्ति 13.63 करोड़ रुपए
एडीआर ने देश के (कुल 4,033 विधायक) 4,001 सीटिंग एमएलएल की संपत्तियों का ब्योरा खंगाला है। ये 84 राजनीतिक दलों के और निर्दलीय विधायक हैं। इस आंकड़े में देश के 28 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों के विधायकों का ब्योरा शामिल किया गया है। इस रिपोर्ट के अनुसार देश के एक सीटिंग एमएलए की औसत संपत्ति 13.63 करोड़ रुपए है।
अगर राज्यवार देखें तो कर्नाटक (223) में विधायकों के पास 14,359 करोड़ रुपए, महाराष्ट्र (288 में से 284 की) में 6,679 करोड़ रुपए, आंध्र प्रदेश (175 में से 174 की) में 4,914 करोड़ रुपए की संपत्ति है। वहीं सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश (403) में एमएलए की कुल संपत्ति 3,255 करोड़ रुपए, गुजरात (182) में 2,987 करोड़ रुपए, तमिलनाडु (224) में 2,767 करोड़ रुपए और मध्य प्रदेश (230) में 2,476 करोड़ रुपए की संपत्ति है।
औसत संपत्ति में कांग्रेस पर भी भारी वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के एमएलए
लेकिन, त्रिपुरा के 59 विधायकों की कुल संपत्ति सिर्फ 90 करोड़ रुपए, मिजोरम के 40 एमएलए की 190 करोड़ रुपए और मणिपुर के 60 एमएलए की कुल संपत्ति 225 करोड़ रुपए की है। अगर राजनीतिक दलों की बात करें तो बीजेपी के 1356 एमएलए की औसत संपत्ति 11.97 करोड़ रुपए, कांग्रेस के 719 विधायकों की औसत संपत्ति 21.97 करोड़ रुपए और टीएमसी के 227 एमएलए की औसत संपत्ति 3.51 करोड़ रुपए, आम आदमी पार्टी के 161 विधायकों की औसत संपत्ति 10.20 करोड़ रुपए और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के 146 विधायकों की औसत संपत्ति 23.14 करोड़ रुपए है।
वहीं कुल संपत्ति की बात करें तो भाजपा विधायकों की कुल संपत्ति 16,234 करोड़ रुपए, कांग्रेस विधायकों की कुल संपत्ति 15,798 करोड़ रुपए, वाईएसआरसीपी विधायकों की कुल संपत्ति 3,379 करोड़ रुपए, डीएमके के 131 विधायकों की कुल संपत्ति 1,663 करोड़ रुपए और आम आदमी पार्टी के विधायकों की कुल संपत्ति 1,642 करोड़ रुपए है।
4001 sitting MLAs own assets worth Rs 54,545 crore, exceeding combined 2023-24 budgets of Nagaland, Mizoram, and Sikkim: ADR.
— Press Trust of India (@PTI_News) August 1, 2023