ADR Report: देश के माननीयों पर एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। इस खबर में बताया गया है कि देश में कितने विधायकों पर हत्या, बलात्कार, अपहरण जैसे मामलों के आरोप लगे हुए हैं। वैसे भी कहा जाता है कि भारत की राजनीति में किसी नेता का अपराधी होना कोई बड़ी बात नहीं है, बल्कि ये मान लिया गया है कि कोई भी सिद्धांतवादी शख्स राजनीति कर ही नहीं सकता। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (Association for Democratic Reforms – ADR) के एक हालिया विश्लेषण में दावा किया गया कि देशभर की राज्य विधान सभाओं में करीब 44 फीसदी विधायकों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामलों की घोषणा की है।
इस रिपोर्ट में 28 राज्य विधानसभाओं और दो केंद्र शासित प्रदेशों में काम कर रहे हैं कुल 4033 में से 4001 विधायकों को शामिल किया गया है। केरल में सबसे ज्यादा 70 फीसदी विधायकों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं।
इलेक्शन वॉच की रिपोर्ट
ADR और नेशनल इलेक्शन वॉच (NEW) की ओर से यह विश्लेषण किया गया है। इसमें देश भर में राज्य विधानसभाओं और केंद्रशासित प्रदेशों में वर्तमान विधायकों की ओर से चुनाव लड़ने से पहले दायर किए गए शपथ पत्रों की पड़ताल की गई है। ADR ने बताया कि विश्लेषण में शामिल विधायकों में से 1,136 या करीब 28 फीसदी ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं। जिनमें हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण और महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित आरोप शामिल हैं।
ADR की रिपोर्ट में इन राज्यों में निकले सबसे ज्यादा दागी विधायक
अगर राज्यवार आंकड़ों पर नजर डालें तो केरल में 135 में से 95 विधायकों यानी 70 फीसदी ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले होने की जानकारी दी है। इसी तरह बिहार में 242 विधायकों में से 161 यानी 67 फीसदी विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसी तरह दिल्ली में 70 में से 44 विधायक (63 फीसदी), महाराष्ट्र में 284 में से 175 विधायक (62 फीसदी), तेलंगाना में 118 में से 72 विधायक विधायकों (61 प्रतिशत) और तमिलनाडु में 224 विधायकों में से 134 (60 प्रतिशत) ने अपने हलफनामों में खुद के खिलाफ केस दर्ज होने की जानकारी दी है।
गंभीर आपराधिक मामलों का सामना कर रहे यहां के MLA
इसके साथ ही ADR की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली में 70 में से 37 विधायक (53 फीसदी) बिहार में 242 में से 122 विधायक (50 फीसदी) महाराष्ट्र में 284 में से 114 विधायक (40 फीसदी), झारखंड में 79 में से 31 विधायक (39 फीसदी) तेलंगाना में 118 में से 46 विधायकों (39 फीसदी) और उत्तर प्रदेश में 403 में से 155 विधायकों (38 फीसदी) ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं।
इन विधायकों पर लगा दुष्कर्म का आरोप
रिपोर्ट में महिलाओं के खिलाफ अपराधों से जुड़े परेशान करने वाले आंकड़े भी सामने आए। रिपोर्ट के अनुसार, कुल 114 विधायकों ने महिलाओं के खिलाफ अपराध से जुड़े मामलों की घोषणा की है। इनमें से 14 विधायकों के खिलाफ तो दुष्कर्म (IPC धारा-376) से संबंधित मामले दर्ज हैं।
विधायकों की संपत्ति की भी हुई पड़ताल
इस रिपोर्ट में विधायकों की संपत्ति की भी पड़ताल की गई। राज्य विधानसभाओं में प्रति विधायक औसत संपत्ति 13.63 करोड़ रुपये पाई गई। हालांकि घोषित आपराधिक मामलों वाले विधायकों की औसत संपत्ति 16.36 करोड़ रुपये से अधिक है। जबकि बिना आपराधिक मामलों वाले विधायकों की औसत संपत्ति 11.45 करोड़ रुपये है। विश्लेषण में शामिल 88 विधायक यानी करीब 2 फीसदी विधायक अरबपति पाए गए हैं। इनके पास 100 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है। इसमें कर्नाटक के विधायक टॉप पर हैं। जहां 223 में से 32 विधायक (14 फीसदी) अरबपति हैं।