चुनाव विश्लेषण संस्था एडीआर के सह-संस्थापक जगदीप एस छोकर का दिल्ली में निधन हो गया है। वह 80 वर्ष के थे और दिल का दौरा पड़ने से उनका देहांत हुआ। उन्होंने एडीआर की स्थापना 1999 में की थी। छोकर ने भारतीय राजनीति में पारदर्शिता लाने के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया।
चुनाव से संबंधित विश्लेषण करने वाली संस्था असोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) के सह-संस्थापक और लंबे समय से स्वच्छ चुनावों के पैरोकार रहे जगदीप एस छोकर का शुक्रवार को दिल्ली में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। एडीआर सूत्रों ने यह जानकारी दी। वह 80 वर्ष के थे।
1999 में एडीआर की थी स्थापना
भारतीय प्रबंधन संस्थान-अहमदाबाद के रिटायर्ड प्रोफेसर छोकर ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर 1999 में एडीआर की स्थापना की थी। पिछले दो दशकों में, इस संस्था ने कई ऐतिहासिक न्यायिक हस्तक्षेप में भूमिका निभाई है जिससे भारतीय राजनीति में अधिक पारदर्शिता और जवाबदेही आई है। इनमें 2002 का सुप्रीम कोर्ट का फैसला शामिल है, जिसमें उम्मीदवारों के लिए अपने आपराधिक मामलों, संपत्तियों और शैक्षणिक योग्यताओं का खुलासा करना अनिवार्य कर दिया गया था।
भारतीय रेलवे से शुरू किया करियर
इसमें 2024 में चुनावी बॉन्ड योजना को रद्द करने का फैसला भी शामिल है। 25 नवंबर, 1944 को जन्मे छोकर ने शिक्षा जगत में आने से पहले भारतीय रेलवे में अपना करियर शुरू किया था। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के एफएमएस से एमबीए किया और बाद में अमेरिका की लुइसियाना स्टेट यूनिवर्सिटी से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। वह 1985 में आईआईएम-अहमदाबाद से जुड़े और 2006 में अपनी सेवानिवृत्ति तक संगठनात्मक व्यवहार के क्षेत्र में अध्यापन करते रहे
