कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने वेबिनार में चर्चा की कि वोटरों को उनके उम्मीदवारों की सही जानकारी मिलनी चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि मतदाता साफ छवि वाले उम्मीदवारों की मांग करेंगे तो पार्टियां भी उम्मीदवारों के चयन में बदलाव करेंगी। उन्होंने जानकारी को सरल और सुलभ बनाने पर भी जोर दिया और मीडिया की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने हाल में एक वेबिनार में चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के क्रिमिनल बैकग्राउंड पर चर्चा करते हुए कहा कि मतदाताओं को अपने प्रत्याशियों की पूरी जानकारी हासिल करने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर मुद्दा है। चुनाव लड़ने और जीतने वाले आपराधिक मामलों से जुड़े उम्मीदवारों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
मतदाताओं को जागरूक होने की जरूरत
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) द्वारा आयोजित एक वेबिनार में गोगोई ने कहा कि सभी राजनीतिक दल जनता की प्रतिक्रिया पर ध्यान देते हैं। यदि मतदाता साफ छवि वाले उम्मीदवारों की मांग करेंगे, तो दल भी अपने प्रत्याशियों के चयन में बदलाव करने के लिए मजबूर होंगे। इस दौरान उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि अगर दिल्ली के लोग वायु प्रदूषण पर कार्रवाई के लिए दबाव बना सकते हैं,तो वे स्वच्छ राजनीति की भी मांग कर सकते हैं। हमें इस मुद्दे पर जागरूकता बढ़ानी होगी और यह संदेश देना होगा कि हम उन्हीं उम्मीदवारों का समर्थन करेंगे जिनका कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है।
गौरव गोगोई ने सराही कोर्ट की भूमिका
गोगोई ने इस बात पर भी जोर दिया कि क्रिमिनल बैकग्राउंड से जुड़ी जानकारी को आम जनता के लिए अधिक सुगम और सुलभ बनाया जाना चाहिए। अभी यह जानकारी केवल चुनावी हलफनामों में होती है,लेकिन इसे आम मतदाताओं के लिए सरल तरीके से पहुंचाने की जरूरत है। उन्होंने आगे कहा कि मीडिया इसमें अहम भूमिका निभा सकता है, लेकिन इस जानकारी का व्यापक प्रसार भी होना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कोर्ट की भूमिका को भी सराहा और कहा कि साफ राजनीति सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी राजनीतिक दलों की भी है। उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि क्या अपराधों के लिए दोषी ठहराए गए लोगों को हमेशा के लिए चुनाव लड़ने से रोका जाना चाहिए।