लोकसभा चुनाव: भाजपा के 191, कांग्रेस के 143 उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज : एडीआर
लोकसभा चुनाव लड़ रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के 440 उम्मीदवारों में से 191 ने अपने चुनावी हलफनामों में आपराधिक मामले घोषित किए हैं। चुनाव अधिकारों से संबंधित संस्था ‘एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (एडीआर) के विश्लेषण में यह जानकारी सामने आई है।
एडीआर ने निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध हलफनामों से एकत्र आंकड़ों के आधार पर तैयार एक रिपोर्ट में कहा कि कांग्रेस के 327 उम्मीदवारों में से 143 या 44 प्रतिशत ने आपराधिक मामले घोषित किए हैं।
इसमें कहा गया है कि इन मामलों में हत्या, हत्या का प्रयास, महिलाओं के खिलाफ अपराध और नफरती भाषण से संबंधित मामले शामिल हैं।
एडीआर ने कहा कि निर्वाचन आयोग की वेबसाइट से प्राप्त आंकड़ों से पता चलता है कि ‘‘चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों में से एक महत्वपूर्ण हिस्से ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की खुद घोषणा की है।’’
इसमें कहा गया है कि विश्लेषण में आपराधिक मामले घोषित करने वाले उम्मीदवारों का पार्टी-वार विवरण प्रस्तुत किया गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रमुख दलों में भाजपा के 191 (43 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने आपराधिक मामले घोषित किए हैं जबकि कांग्रेस के ऐसे 143 (44 प्रतिशत) उम्मीदवार हैं।
रिपोर्ट में गंभीर आपराधिक मामलों का सामना कर रहे उम्मीदवारों की संख्या का भी ब्यौरा दिया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार चुनावी मैदान में उतरे भाजपा के कुल 130 उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किये हैं जबकि कांग्रेस के 88 उम्मीदवारों (कुल उम्मीदवारों का 27 प्रतिशत) ने अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले घोषित किये हैं।
इसके अनुसार समाजवादी पार्टी के 71 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं और 40 ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जिनमें से 30 के खिलाफ गंभीर अपराध दर्ज हैं।
रिपोर्ट के अनुसार मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के 52 उम्मीदवारों में से 33 ने आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जिनमें से 18 पर गंभीर आरोप हैं तथा तृणमूल कांग्रेस के 48 उम्मीदवारों में से 20 ने आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जिनमें से 12 उम्मीदवारों के खिलाफ गंभीर आरोप हैं।
इसके अनुसार महाराष्ट्र में चुनाव लड़ रहे 1,119 उम्मीदवारों में से 266 ने आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जिनमें से 183 के खिलाफ गंभीर अपराध दर्ज हैं। तमिलनाडु में 945 उम्मीदवारों में से 137 पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें से 83 उम्मीदवारों पर गंभीर आरोप हैं।
रिपोर्ट के अनुसार उत्तर प्रदेश में 851 उम्मीदवारों में से 213 ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं जिनमें से 179 के खिलाफ गंभीर अपराध दर्ज हैं।
तेलंगाना में 524 उम्मीदवारों में से ऐसे 104 उम्मीदवार, पश्चिम बंगाल में 507 उम्मीदवारों में से 112 और बिहार में 496 उम्मीदवारों में से 115 उम्मीदवार मैदान में हैं।
इसके अनुसार झारखंड में 242 उम्मीदवारों में से 69, ओडिशा में 207 उम्मीदवारों में से 52 और केरल में 189 उम्मीदवारों में से 67 ऐसे उम्मीदवार मैदान में हैं।
रिपोर्ट के अनुसार पंजाब और आंध्र प्रदेश में क्रमशः 328 उम्मीदवारों में से 69 और 450 उम्मीदवारों में से 88 ने आपराधिक मामले घोषित किए हैं।
इसमें कहा गया है कि दिल्ली में 162 उम्मीदवारों में से 25 उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं।