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IPN Live
https://ipnlive.in/national/Uttar-Pradesh/post/LOKSABHA-CHUNAV-2024-46-percent-candidates-in-the-second-phase-of-UP-are-millionaires-2017
Author
IPN Live
Date
City
Lucknow

LOKSABHA CHUNAV 2024: 46 percent candidates in the second phase of UP are millionaires.

उत्तर प्रदेश इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण में 8 निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ने वाले सभी 91 उम्मीदवारों के शपथपत्रों का विश्लेषण किया गया जो अलीगढ़, अमरोहा, बागपत, बुलंदशहर, गौतमबुध नगर,  गाजियाबाद, मथुरा और मेरठ से चुनाव लड़ रहे है।

उम्मीदवारों द्वारा घोषित आपराधिक मामले 91 में से 21(23%) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं इनमें से 18% उम्मीदवारों पर  गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए गए है।

अपराधिक मामले घोषित करने वाले उम्मीदवारों का दलवार विवरण देखा जाये तो बहुजन समाज पार्टी  के 8 में से 3 (38%), बीजेपी  के 7 में से 2 ( 29%)  समाजवादी पार्टी के 4 में से 4 (100%) , कांग्रेस के 4 में से 2 (50%) , राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के 3 में से 2 (67%) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर अपराधिक मामले घोषित किए हैं।

उम्मीदवारों द्वारा घोषित गंभीर आपराधिक मामलों में बहुजन समाज पार्टी के 25%, बीजेपी के 29%, समाजवादी पार्टी के 50%, कांग्रेस के 50%, राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के 33%, उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं।

आपराधिक मामलों में पंडित केशवदेव गौतम जो अलिगढ़ से निर्दली चुनाव लड़ रहे  है उनके ऊपर 5 आपराधिक मामले दर्ज है दूसरे नम्बर पर  आपराधिक छवि के उम्मीदवार में  अमरपाल हैं जो बागपत से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार है इनके ऊपर 9 आपराधिक मामले है वही तीसरे नंबर पर हाजी अफज़ल जो मेरठ से सबसे अच्छी पार्टी के उम्मीदवार है जिनके ऊपर 2 आपराधिक मामले पंजीकृत है। 

अगर हम करोडपति उम्मीदवारों की बात करे तो 91 में से 42 यानी 46% उम्मीदवार करोड़पति हैं।

बहुजन समाज पार्टी के 8 में से 8 (100%), बीजेपी के 7 में से 7 (100%), समाजवादी पार्टी  के 4 में से 4 (100%), कांग्रेस के 4 में से 3 (75%), जय हिन्द नेशनल पार्टी के 2 में से 2(100%), और समाज विकास क्रांति पार्टी के 1 में से 1 (100%) उम्मीदवार करोड़पति हैं।

उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव 2024 के दुसरे चरण के उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 10.05 करोड़ है मुख्य दलों में बहुजन समाज पार्टी  के 8 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति लगभग 10.75 करोड़ है बीजेपी के 7 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 91.23करोड़ है समाजवादी पार्टी के 4 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 17.34 करोड़ है  वही कांग्रेस के 4 उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 3.56 करोड़ है।

यूपी इलेक्शन वॉच के राज्य संयोजक संतोष श्रीवास्तव ने कहा कि लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के प्रत्याशियों में मथुरा से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रही हेमा मालिनी हैं जिनकी संपत्ति लगभग 278 करोड़ है इसी तरह से सतीश कुमार गौतम, अलीगढ़ से भारतीय जनता पार्टी  के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं जिनकी संपत्ति 16 करोड़ है वही मेरठ  लोकसभा सीट से देववर्त, बहुजन समाज पार्टी  के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं जिनकी संपत्ति 5 करोड के आसपास हैं।

लोकसभा चुनाव  के दुसरे  चरण में 91 में से 33 (36%) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता 5वीं और 12वीं के बीच घोषित की है. जबकि 52 (57 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक और इससे ज़्यादा घोषित की हैं। 2 उम्मीदवार ने अपनी शैक्षिक योग्यता डिप्लोमा धारक घोषित की है।  2 उम्मीदवारों ने अपनी शैक्षिक योग्यता साक्षर और 2 उम्मीदवार ने अपनी शैक्षिक योग्यता असाक्षर घोषित की है।

दूसरे चरण में उम्मीदवारों की आयु की बात करे तो 91 में से  31 (34 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 25 से 40 वर्ष के बीच घोषित की है, जबकि 42 (46 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 41 से 60 वर्ष के बीच घोषित की है। 18 (20 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपनी आयु 61 से 80 वर्ष के बीच घोषित की है।

उत्तर प्रदेश लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण में 9 (10 प्रतिशत) महिला उम्मीदवार चुनाव लड़ रही है।

मुख्य संयोजक यूपी इलेक्शन वॉच एडीआर के संजय सिंह ने कहा कि देश की सबसे बड़ी संसद में अभी भी साक्षर एवं निरीक्षण लोग अपनी किस्मत अजमा रहे हैं। उन्होने कहा कि जहॉ एक तरफ देश में साक्षरता लगातार बढ़ रही है। लेकिन देश के सबसे बड़े संसद में इस तरह के उम्मीदवार अभी भी देखने को मिल रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के कई अहम आदेशों के बाद भी सभी दलों ने अपराधी प्रवृत्ति के प्रत्याशियों को प्रत्याशी बनाने में कोई कमी नहीं दिखाई।  यह बात साफ हैं कि अगर किसी भी अपराधी व्यक्ति को टिकट दे रहे हैं तो उसका कारण बताना पड़ेगा और कारणों के साथ ही मीडिया में भी  प्रकाशित करना होगा, लेकिन चुनाव में यह सब देखने को नहीं मिल रहा है।


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