Madhya Pradesh Assembly Election: एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स यानी ADR की रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस के विधायकों पर सबसे ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं. दूसरे नंबर पर BJP है.
Madhya Pradesh Assembly Election:मध्यप्रदेश में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं. सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (BJP) एक बार चुनाव जीतकर सरकार बनाने का दावा कर रही है. वहीं, दूसरी तरफ मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस(Congress)भी जीत का दंभ भर रही है. 230 सदस्यीय विधानसभा के लिए 17 नवंबर को वोट डाले जाएंगे और नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे. इन सबके बीच मध्यप्रदेश के 230 विधायकों को लेकरADRने एक रिपोर्ट जारी की है.ADRकी रिपोर्ट के मुताबिक, मध्यप्रदेश के 230 विधायकों में से कम से कम 93 के खिलाफ आपराधिक मामले(MP ADR Report)दर्ज हैं. इसमें से 52 कांग्रेस के और 39 सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी(BJP)के हैं.
40% विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामले
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स(ADR)और मध्य प्रदेश इलेक्शन वॉच ने सभी 230 मौजूदा विधायकों के आपराधिक, वित्तीय और अन्य पृष्ठभूमि विवरणों के विश्लेषण के आधार पर गुरुवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी. रिपोर्ट में कहा गया है, ‘विश्लेषण किए गए 230 मौजूदा विधायकों में से 93 (40%) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं. इनमें से 47 (20%) मौजूदा विधायकों ने गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं.’
एक विधायक पर हत्या का मामला दर्ज
एक मौजूदा विधायक ने IPC की धारा 302 के तहत हत्या से संबंधित मामले की घोषणा की है. रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि 6 मौजूदा विधायकों ने IPC की धारा 307 के तहत हत्या के प्रयास से संबंधित मामलों की घोषणा की है. महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित विधायकों के खिलाफ मामलों पर प्रकाश डालते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि दो मौजूदा विधायकों ने IPC की धारा-354 के तहत मामले घोषित किए हैं.
किस पार्टी से कितने?
इसमें यह भी कहा गया है कि BJP के 129 विधायकों में से 39 (30%), कांग्रेस के 97 विधायकों में से 52 (54%), BSP के एकमात्र विधायक और तीन निर्दलीय विधायकों में से एक (33%) ने अपने हलफनामे में उनके खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले चलने की बात स्वीकार की है. रिपोर्ट में कहा गया है कि सत्तारूढ़ BJP के 129 विधायकों में से 20 (16%), कांग्रेस के 97 विधायकों में से 25(26%), बसपा के एकमात्र विधायक और तीन निर्दलीय विधायकों में से एक ने खुद अपने हलफनामे में उनके खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है.