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Source
Bhopal Samachar
https://www.bhopalsamachar.com/2023/11/mp-news-20-1369.html
Author
Bhopal Samachar
Date

मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी पिछले 20 साल से सत्ता से बाहर है परंतु कांग्रेस पार्टी के नेताओं के कारोबार फल फूल रहे हैं। कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 13.69 करोड़ है जबकि भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 10.46 करोड़ है।

आम आदमी पार्टी और बसपा भी पीछे नहीं है

कहते हैं मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच में सीधी टक्कर है। बात थोड़ी सही भी है लेकिन विधानसभा चुनाव 2023 में थोड़ा परिवर्तन हुआ है। इस बार आम आदमी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के पास भी करोड़पति उम्मीदवारों की कमी नहीं है। आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 2.76 करोड रुपए है और बसपा की प्रत्याशियों की औसत संपत्ति 1.96 करोड़ है। इसका तात्पर्य यह हुआ कि आम आदमी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के पास इस बार थोड़े दमदार प्रत्याशी हैं और की 2018 की तुलना में इस बार कई विधानसभा सीटों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला मानकर चलने वालों के आंकड़ों पर झाड़ू लगा सकती है या फिर उनके आंकड़े हाथी के पैरों तले कुचले जा सकते हैं।

किस पार्टी में कितने करोड़पति उम्मीदवार

  • भारतीय जनता पार्टी के 230 में से 200 उम्मीदवार करोड़पति हैं, अर्थात कुल 87% उम्मीदवार करोड़पति हैं।
  • इंडियन नेशनल कांग्रेस पार्टी के 230 में से 196 उम्मीदवार करोड़पति हैं, यानी 85% उम्मीदवार करोड़पति हैं।
  • आम आदमी पार्टी के 39 प्रत्याशी करोड़पति हैं और यह घोषित प्रत्याशियों का 59% है।
  • बहुजन समाज पार्टी के 54 उम्मीदवार करोड़पति हैं और यह घोषित प्रत्याशियों का 30% है।

मध्य प्रदेश में 489 करोड़पति जनता की सेवा को बेताब

मध्य प्रदेश का सौभाग्य देखिए। 230 विधानसभाओं पर 489 करोड़पति लोग मध्य प्रदेश की जनता की सेवा के लिए बेताब हुए जा रहे हैं। वैसे तो जनता की सेवा के कई रास्ते हैं। शास्त्रों में विभिन्न प्रकार के दान को सबसे बड़ा पुण्य कर्म बताया गया है परंतु मध्य प्रदेश के 489 करोड़पतियों का मानना है कि वह मंत्री अथवा विधायक बनकर ही जनता की सेवा कर सकते हैं। इनमें से कुछ ऐसे हैं, जो जनता की सेवा करते-करते करोड़पति हो गए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कमलनाथ दोनों के नाम इस लिस्ट में आते हैं। इन दोनों के राजनीति में आने से पहले उनकी पैतृक संपत्ति का कोई मूल्यांकन उपलब्ध नहीं है।


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