पांच सालों में सौ गुना से ज्यादा बढ़ी जायदाद
आप यकीन नहीं करेंगे कि गुजरात में दूसरी बार चुनाव जीतकर आए अधिकतर सांसदों की चल और अचल संपत्ति में जबरदस्त इजाफा हुआ है। एडीआर (एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म) की रिपोर्ट बताती है कि गुजरात में भाजपा के दोबारा चुने गए सांसदों की निजी संपति में 100 फीसदी से ज्यादा इजाफा हुआ है।
इनमें पूर्व भाजपा अध्यक्ष लाल कृष्ण आडवाणी का जिक्र करना जरूरी होगा जिनकी चल और अचल संपत्ति में 114प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। आडवाणी ने 2009 में गांधीनगर से चुनाव लड़ा था और 2014 से भी आडवाणी गांधीनगर से जीतकर संसद पहुंचे हैं।
सवाल उठ रहा है कि पिछले पांच सालों में इन सांसदों ने ऐसा क्या व्यापार किया जिसके चलते इनकी चल और अचल जायदाद विशालकाय हो गई।
इन्होंने 600 फीसदी बढाई संपत्ति
अमरेली से भाजपा विधायक नरेनभाई कचादिया इस लिस्ट में टॉप पर हैं। दूसरी बार चुनाव जीतकर संसद पहुंचे नरेनभाई की संपत्ति में 2009-14 के बीच छह सौ फीसदी इजाफा हुआ है।
2009 में नरेनभाई की घोषित संपत्ति 1.15 करोड़ थी और 2014 में ये संपत्ति 3.97 करोड़ हो गई।
महज 33 लाख थे, 1.32 करोड़ हो गए
मेहसाणा से भाजपा सांसद जयश्री पटेल इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर आते हैं। इनकी संपत्ति 2009 के चुनाव में 33 लाख थी जो 2014 के चुनाव में 1.32 करोड़ हो गई। इसी तरह छोटा उदयपुर से रामसिंह राठवा की संपत्ति 279 फीसदी बढ़ गई है।
नवसारी से भाजपा सांसद सीआर पाटिल गुजरात के दो नंबर के अमीर प्रत्याशी हैं। इनकी संपत्ति 2009 में 24 करोड़ थी जो 2014 में 74 करोड़ हो गई। अपने प्रदिद्वंदी से 5.2 लाख वोटों से जीतने वाली भाजपा सांसद दर्शना जरदोश की संपत्ति भी 100 फीसदी बढ़ी है।
ये बेचारे पीछे रह गए !
देखा जाए तो इस लिस्ट में सबसे कम मुनाफा सांसद अहमदाबाद पश्चिम से जीतकर आए किरीट सोलंकी कमा पाए हैं जिनकी संपत्ति का इजाफा पांच साल में मात्र 30 फीसदी रहा है।
प्रभातसिंह चौहान भाजपा सांसद हैं जो पंचमहल से दूसरी बार चुनाव जीतकर संसद पहुंचे हैं। इनकी कुल संपत्ति में पिछले पांच सालों में 44 फीसदी इजाफा हुआ है।