असोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक राइट्स (एडीआर) के अनुसार, 2009 में हुए विधानसभा चुनावों में महाराष्ट्र में जहां सभी राष्ट्रीय पार्टियों ने मिलकर 63.53 करोड़ रुपये खर्च किए थे, वहीं बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) अकेली एसी पार्टी थी जिसने इन चुनावों में न तो कोई फंड एकत्र किया और न ही कुछ खर्च किया।
फंड ज्यादा, खर्चा कम
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक महाराष्ट्र में राष्ट्रीय दलों ने 81.07 करोड़ रुपये फंड जमा किया था। खर्च कम होने का मतलब है कि इन दलों के पास सरप्लस की स्थिति हो गई होगी। महाराष्ट्र में राजनीतिक दलों ने 59.33 करोड़ रुपये का खर्च चेक से और कैश की मार्फत 8.9 करोड़ रुपया खर्च किया था। यह खर्च इन दलों ने अपने प्रचार, ट्रैवल, आदि पर किया। राष्ट्रीय दलों के साथ-साथ 2009 के विधानसभा चुनाव में बीएसपी, शिवसेना, आरजेडी और मनसे ने भी भाग लिया था। इन चुनावों के समय मनसे को मान्यता नहीं मिली थी और इसलिए उसे चुनावी खर्च देना जरूरी नहीं था।
सिर्फ शिवसेना ने जमा कराया ब्योरा
इनमें से चुनाव आयोग के पास केवल शिवसेना ने ही अपने चुनावी खर्च का स्टेटमेंट भेजा है। शिवसेना ने उन चुनावों के लिए 7.48 करोड़ रुपये एकत्र किए और 6.26 करोड़ रुपये खर्च किए।
- "प्रजा ही प्रभु है"
- "No Office in this land is more important than that of being a citizen - Felix Frankfurter"
राष्ट्रीय पार्टियों ने 64 करोड़ रुपया खर्च किए, BSP का खर्चा जीरो
Source:
Navbharat Times
Date:
23.09.2014
City:
Mumbai