नई दिल्ली। IBN7 और ADR यानी एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म ने अलग-अलग सांसदों का सर्वे कर उनका रिपोर्ट कार्ड तैयार किया है। इस सर्वे के आधार पर हमने सांसदों को 10 अंकों के पैमाने पर कई तरह की कसौटियों पर कसा है। आईए जानते हैं ऐसी तमाम कसौटियों पर बीजेपी के गोपीनाथ मुंडे के काम को उनके क्षेत्र बीड की जनता कितना अच्छा या खराब मानती है।
65 साल के गोपीनाथ मुंडे 15वीं लोकसभा में बीजेपी के उपनेता हैं और महाराष्ट्र के बीड से मौजूदा सांसद। पुणे यूनिवर्सिटी से कॉमर्स में ग्रेजुएट गोपीनाथ मुंडे बीजेपी के दिवंगत नेता प्रमोद महाजन के बहनोई भी हैं। शिक्षा खत्म करने के बाद वो संघ से जुड़ गए-बाद में वहीं से उनका सियासी जीवन भी शुरू हुआ।
किसान परिवार से आने वाले मुंडे जल्दी ही जमीनी नेता के तौर पर पहचाने जाने लगे। 37 साल की उम्र से ही वो जनप्रतिनिधि चुने जा रहे हैं। 1980 से 2009 के बीच पांच बार महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य रहे। 1995 में वो महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री बने। 2009 में बीड से लोकसभा के लिए चुने गए।
रिपोर्ट कार्ड के सवाल
जनता के अपने माननीय सांसद तक पहुंच के मामले में मुंडे को 10 के पैमाने पर 5.98 अंक मिले हैं। नौजवानों को रोजगार मुहैया कराने के मुद्दे पर 6.05 अंक तो, चिकित्सा व्यवस्था के नाम पर बीड ने मुंडे को 10 में से 6.60 अंक दिए, कानून व्यवस्था को लेकर बीड की जनता ने मुंडे को 6.31 अंक ही दिए।
सार्वजनिक परिवहन सुविधा के नाम पर 6.20 अंक मिले तो सड़कों के नाम पर 6.25 अंक हैं। स्कूल की सुविधा के मामले में 6.26 अंक मिले तो पीने के पानी को लेकर मुंडे को 6.31 अंक मिले हैं। महिला सुरक्षा के नाम पर बीड की जनता में मुंडे को 10 में से 6.17 अंक दिए हैं। जहां तक सांसद पर भरोसे का सवाल है तो मुंडे को 6.38 अंक मिले। इन तमाम मुद्दों और कसौटियों पर बतौर सांसद मुंडे को 10 के पैमाने पर फाइनल रेटिंग मिली 5.93। यानी आधे से ज्यादा करीब 60 फीसदी।