नई दिल्ली। IBN7 और ADR यानी एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म ने अलग-अलग सांसदों का सर्वे कर उनका रिपोर्ट कार्ड तैयार किया है। इस सर्वे के आधार पर हमने सांसदों को 10 अंकों के पैमाने पर कई तरह की कसौटियों पर कसा है। आईए जानते हैं ऐसी तमाम कसौटियों पर कांग्रेस के कपिल सिब्बल के काम को उनके क्षेत्र चांदनी चौक की जनता कितना अच्छा या खराब मानती है।
8 अगस्त 1948 को पंजाब के जालंधर में पैदा हुए कपिल सिब्बल ने दिल्ली के मशहूर सेंट स्टीफेंस कॉलेज से कानून और इतिहास में डिग्री ली। 1973 में आईएएस चुने जाने के बावजूद वकालत को पेशा बनाया। संसद में बहस कर सुप्रीमकोर्ट के जज को महाभियोग से बचाने वाले कपिल सिब्बल अकेले वकील हैं।
सिब्बल तीन बार सुप्रीम कोर्ट बार असोसिएशन के अध्यक्ष भी रहे। 2004 में चांदनी चौक लोकसभा सीट से चुनाव जीता और यूपीए सरकार में विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री बने। 2009 में दोबारा जीते और मानव संसाधन से लेकर दूर संचार मंत्रालय तक की जिम्मेदारी संभाली, चांदनी चौक से एक बार फिर मैदान में हैं।
कपिल सिब्बल का रिपोर्ट कार्ड
चांदनी चौक की जनता तक पहुंच के मामले में कपिल सिब्बल को 10 में से 5.84 अंक मिले हैं। नौजवानों को रोजगार मुहैया कराने के मुद्दे पर 4.99 अंक तो चिकित्सा व्यवस्था के नाम पर सिब्बल को 10 में से 6.96 अंक, कानून व्यवस्था को लेकर चांदनी चौक ने सिब्बल को 6.71 अंक दिए तो सार्वजनिक परिवहन सुविधा के नाम पर 7.28 अंक मिले और सड़कों के नाम पर 6.92, स्कूल की सुविधा के मामले में 7.11 अंक मिले तो पीने के पानी को लेकर 7.54 अंक, महिला सुरक्षा के नाम पर सिब्बल को चांदनी चौक ने 10 में से 6.09 अंक दिए।
जहां तक सांसद पर भरोसे का सवाल है तो सिब्बल को 6.29 अंक मिले। इन तमाम मुद्दों और कसौटियों पर बतौर सांसद सिब्बल को इस रिपोर्ट कार्ड में 10 के मुकाबले फाइनल रेटिंग मिली 6.40। इस लिहाज से बतौर सांसद सिब्बल का प्रदर्शन 60 फीसदी से भी थोड़ा ज्यादा ठहरता है।