राज्यसभा में इस बार करोड़पति सदस्यों की भरमार है और उनकी औसत संपत्ति 44.74 करोड़ रुपये है. एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) द्वारा जारी आंकड़ों के हवाले से यह खबर दी गई है. इस बार कुल 58 सदस्य चुने गए हैं और इनमें से 50 करोड़पति हैं. इस बार कहीं ज्यादा धनी सदस्य हैं. राज्यसभा के चुनाव हर दो साल में होते हैं.
राष्ट्रीय पार्टियों में धनी सदस्यों के मामले में बीजेपी ने बाजी मार ली है. राज्यसभा में उसके सदस्यों की औसत संपत्ति 85.36 करोड़ रुपये है. कांग्रेस के सदस्यों की औसत संपत्ति 42.32 करोड़ रुपये है. एनसीपी के सदस्यों की 23.02 करोड़ रुपये है और सीपीएम की 21.99 लाख रुपये है. छह निर्दलीय भी हैं, जिनकी औसत संपत्ति 110.68 करोड़ रुपये है.
राज्यसभा के सबसे धनी उम्मीदवार हैं बिहार से आए हुए रवीन्द्र किशोर सिन्हा जिन्होंने अपनी संपत्ति 857.11 करोड़ रुपये बताई है. उनके बाद हैं महाराष्ट्र के कड़के संजय दत्तात्रेय जिनकी संपत्ति है 425.65 करोड़ रुपये. तीसरे नंबर पर हैं आंध्र प्रदेश के कांग्रेसी सांसद टी सुब्रामी रेड्डी जिनकी कुल संपत्ति है 422.44 करोड़ रुपये.
सबसे "गरीब" सदस्य
राज्य सभा में इस बार आए हुए सदस्यों में सबसे गरीब हैं तृणमूल कांग्रेस के अहमद हसन, जिनकी कुल संपत्ति है 4.04 लाख रुपये. उनके बाद है सीपीएम के रतब्रत बनर्जी, जिनकी कुल संपत्ति है 9.42 लाख रुपये. कांग्रेस के अब्दुल सलाम गरीबी के मामले में तीसरे नंबर पर हैं और उनकी कुल संपत्ति है 25.23 लाख रुपये.