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Source
Aaj Tak
https://www.aajtak.in/india/news/story/meghalaya-assembly-speaker-richest-candidate-assets-soared-to-rs-146-cr-in-5-yrs-says-report-ntc-1642099-2023-02-22
Author
aajtak.in
Date
City
New Delhi

एक रिपोर्ट के मुताबिक, मेघालय विधानसभा चुनाव लड़ने वाले सबसे अमीर उम्मीदवार मेघालय विधानसभा के अध्यक्ष मेटबाह लिंगदोह की संपत्ति पिछले पांच साल में 68 फीसदी बढ़कर 146.31 करोड़ रुपये हो गई है.

मेघालय में 27 फरवरी के विधानसभा चुनाव होने हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक, विधानसभा चुनाव लड़ने वाले सबसे अमीर उम्मीदवार मेघालय विधानसभा के अध्यक्ष मेटबाह लिंगदोह की संपत्ति पिछले पांच साल में 68 फीसदी बढ़कर 146.31 करोड़ रुपये हो गई है.

यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) के प्रमुख लिंगदोह, जो 27 फरवरी को मैरांग सीट से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं, ने 2018 के विधानसभा चुनावों में 87.26 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की थी. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ( एडीआर) और मेघालय इलेक्शन वॉच की रिपोर्ट में ये बात कही गई थी.

पिछले पांच वर्षों में 60 सदस्यीय मेघालय विधानसभा के लिए 68 लोग चुने गए. 2018 के चुनावों में चुने गए 60 के अलावा, उपचुनावों में आठ लोग चुने गए थे. रिपोर्ट में कहा गया है कि इनमें से 61 लोगों की संपत्ति का विश्लेषण किया गया है जो इस चुनाव में उम्मीदवार हैं. फिर से चुनाव लड़ रहे इन 61 विधायकों की संपत्ति में औसत प्रतिशत वृद्धि 77 प्रतिशत है.

मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा ने अपनी संपत्ति में 2018 में 5.33 करोड़ रुपये से 14.06 करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की, यानी कुल 164 प्रतिशत की वृद्धि. इसके अलावा शहरी मामलों के मंत्री स्नियाभलंग धर की संपत्ति में पिछले पांच वर्षों में सबसे अधिक 607 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि एनपीपी उम्मीदवार के रूप में नर्तियांग सीट से फिर से चुनाव लड़ रहे धर ने 2018 में 6 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की थी, जो बढ़कर 45 करोड़ रुपये हो गई.

दादेंग्रे निर्वाचन क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ रहे बिजली मंत्री जेम्स पीके संगमा की संपत्ति, 2018 में 7 करोड़ रुपये से 568 प्रतिशत बढ़कर 2023 में 53 करोड़ रुपये हो गई. नेता प्रतिपक्ष मुकुल संगमा और उनकी पत्नी डीडी शिरा की संपत्ति भी 2018 में 13.59 करोड़ रुपये से बढ़कर 2023 में 28.21 करोड़ रुपये हो गई, जो 108 प्रतिशत की वृद्धि है. रिपोर्ट के लिए विश्लेषण किए गए 61 उम्मीदवारों में से 28 एनपीपी से, 12 यूडीपी से, 10 टीएमसी से, सात भाजपा से और कांग्रेस और वीपीपी के एक-एक विधायक हैं.


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