देश के अमीर राजनेताओं की कमी नहीं है। कर्नाटक में कांग्रेस के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार की अमीरी के साथ ही देश के गरीब विधायक और सांसदों की चर्चा शुरू हो गई। असोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और नेशनल इलेक्शव वॉच (एनईडब्ल्यू) की रिपोर्ट के अनुसार देश के सबसे अमीर विधायक कांग्रेस नेता डी के शिवकुमार के पास 1413 करोड़ रुपये की संपत्ति है। सबसे गरीब विधायक कौन है?
कभी ट्यूशन से चलती थी जिंदगी
गरीब विधायकों की इस लिस्ट में टॉप पर पश्चिम बंगाल के बीजेपी विधायक निर्मल धारा हैं। इंदस विधानसभा के विधायक निर्मल धारा के पास कुल 1700 रुपये की संपत्ति है। निर्मल धारा विधायक बनने से पहले ट्यूशन पढ़ाकर अपना गुजारा करते थे। 2009 में बर्धवान यूनिवर्सिटी से अंग्रेजी से एम करने के बाद निर्मल ने जीविका के लिए बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया था। उनके पास जमीन, मकान और गाड़ी नहीं है। निर्वाचन आयोग को दिए गए हलफनामे में उन्होंने बताया कि उनके पास कोई देनदारी नहीं है, क्योंकि कभी उन्होंने कर्ज नहीं लिया।
जनता ने बना दिया विधायक/strong>
गरीब विधायकों की रैंकिंग में ओडिशा के रायगढ़ विधानसभा के मकरंद मडुली हैं। जब वह विधायक बने तब उनकी संपत्ति का कुल मूल्य महज 15 हजार रुपये थी। 2019 के चुनाव में उन्होंने बीजेडी नेता को करीब 4839 वोटों से हराया था। रायगढ़ में उन्हें जनता का कैंडिडेट के तौर पर जाना जाता है। वह पेशे से समाजसेवी रहे हैं।
पंजाब के भी सबसे गरीब विधायक
पंजाब फाजिल्का के विधायक नरेंद्र पाल सिंह सावना गरीब विधायक की लिस्ट में तीसरे पायदान पर हैं। निर्वाचन आयोग को दिए गए हलफनामे में उन्होंने अपनी संपत्ति 18,370 रुपये बताई थी। हालांकि उन पर 3,01,079 रुपये की देनदारी भी है।
शादी के लिए भी चर्चा में रही नरिंदर कौर भारज
पंजाब के संगरूर की विधायक नरिंदर कौर भारज हैं। आम आदमी पार्टी की विधायक नरिंदर मिनी भगवंत मान तौर पर मशहूर हैं। 27 साल की उम्र में जब वह विधायक बनीं तब उनके पास 24409 रुपये की संपति थी। नरिंदर अपनी शादी को लेकर भी चर्चा में रहीं। उन्होंने आम आदमी के कार्यकर्ता मनदीप सिंह से शादी की थी।
जेब में 20 हजार, बैंक में 10 हजार
2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव में जुगसलाई से जीतने वाले झामुमो विधायक मंगल कालिंदी के पास 30 हजार रुपये की संपत्ति थी। चुनाव आयोग को दिए शपथ पत्र में मंगल कालिंदी ने बताया था कि उनके पास 20 हजार रुपये कैश हैं, जबकि बैंक अकाउंट में 10 हजार रुपये हैं। इस आधार पर उन्हें देश का पांचवां गरीब विधायक माना गया। शपथ पत्र में उन्होंने बताया था कि उनके नाम पर घर और जमीन नहीं है। उन्होंने तब तक किसी बैंक या संस्था के कर्ज भी नहीं लिया था। उन पर देनदारी नहीं थी।
हरे कुर्ते और चप्पल से बनी पहचान
रैंकिंग से हटकर बात करें तो 2022 में यूपी के चित्रकूट सदर विधानसभा सीट के विधायक अनिल प्रधान यूपी के सबसे गरीब विधायक बताए गए थे। बीजेपी के दिग्गज नेता और योगी 1.0 में मंत्री रहे चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय को हराने वाले अनिल के पास गिनती के कपड़े थे। उनके पास मात्र 34 हजार रुपये की संपत्ति थी। पैरों में हवाई चप्पल और साइकल के बलबूते उन्होंने चुनाव जीत लिया था।