एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिकॉर्ड और नेशनल इलेक्शन वॉच ने विधायकों के हलफनामे का अध्ययन कर एक चौंकाने वाली रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट में कहा गया कि देश के 4001 विधायकों की संपत्ति 3 राज्यों के बजट से भी ज्यादा है वही दलों के आधार पर देखा जाए तो बीजेपी के ज्यादा कांग्रेस और वाईएसआर कांग्रेस के विधायकों के पास सबसे ज्यादा संपत्ति है।
देश के मौजूदा विधायकों की संपत्ति को लेकर एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स और नेशनल इलेक्शन वॉच ने चौंकाने वाली जानकारी दी है जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक कुल 4033 विधायक में से 4001 के पास कुल संपत्ति 54545 करोड़ों पर आपको जानकारियां हैरानी होगी कि यह संपत्ति 3 राज्यों नागालैंड मिजोरम और सिक्किम में 2023 24 के सालाना बजट से भी कहीं ज्यादा है पीटीआई के रिकॉर्ड और रिपोर्ट के मुताबिक इन राज्यों को संयुक्त सालाना बजट 49103 करोड रुपए वर्ष 2023 और 24 के लिए नागालैंड का बजट 23 086 करोड रुपए था मिजोरम का 14210 करोड रुपए था। और सिक्किम का बजट 11807 करोड रुपए था।
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक एडीआर और चुनाव से पहले दाखिल हलफनामे के अध्ययन के आधार पर यह आंकड़े जुटाए रिपोर्ट में बताया गया कि 4033 विधायकों में से 4001 के हलफनामे का विश्लेषण किया गया रिपोर्ट के मुताबिक हर विधायक के पास 13.63 करोड रुपए की संपत्ति पाई गई।
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी के 1356 विधायकों की औसत संपत्ति 11 दशमलव 97 करोड रुपए है। कांग्रेस के 719 विधायकों की औसत संपत्ति 21 पॉइंट 97 करोड है। टीएमसी कांग्रेस के 227 विधायकों की औसत संपत्ति 3.51 करोड रुपए आम आदमी पार्टी के 161 विधायकों की औसत संपत्ति 10.20 करोड रुपए और योजन श्रमिक रायतु कांग्रेस पार्टी के 146 विधायकों की औसत संपत्ति 23.14 करोड रुपए पाई गई है।
वही कुल संपत्ति की बात करें तो बीजेपी विधायकों की कुल संपत्ति 16234 करोड रुपए कांग्रेस विधायकों की कुल संपत्ति 15798 करोड रुपए वाईएसआर कांग्रेस के विधायकों की कुल संपत्ति 3379 करोड़ रुपए वहीं द्रमुक के 131 विधायकों की कुल संपत्ति 16063 करोड रुपए है। वहीं आम आदमी पार्टी के विधायकों की कुल संपत्ति 16042 करोड़ रुपए है।
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक कर्नाटक के विधायकों की कुल संपत्ति 130 अन्य राज्यों के सभी विधायकों की कुल संपत्ति 13976 करोड रुपए से भी ज्यादा कर्नाटक के विधायकों की कुल संपत्ति 14359 करोड रुपए हैं। जिन राज्यों के सभी विधायकों की कुल संपत्ति कर्नाटक के विधायकों से कम है। उसमें राजस्थान पंजाब अरुणाचल प्रदेश बिहार दिल्ली छत्तीसगढ़ हिमाचल प्रदेश बंगाल गोवा मेघालय उड़ीसा असम नागालैंड उत्तराखंड केरल पुडुचेरी झारखंड सिक्किम मणिपुर मिर्जापुर और त्रिपुरा शामिल है।