हालिया रिपोर्ट में बताया गया है कि 763 मौजूदा संसद सदस्यों में से 306 सांसदों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं। यानी कुल 40 प्रतिशत सांसदों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामलों को स्वीकार किया है।
संसद के कुल 763 सांसदों में 40 प्रतिशत सांसदों की छवि दागदार है। इनमें से कई 'माननीयों' पर रेप और हत्या का भी आरोप है। हाल ही में एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और नेशनल इलेक्शन वॉच (एनईडब्ल्यू) की तरफ से जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि 763 मौजूदा संसद सदस्यों में से 306 सांसदों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं। यानी कुल 40 प्रतिशत सांसदों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामलों को स्वीकार किया है। यह डेटा सांसदों द्वारा अपने पिछले चुनाव और उसके बाद के उप-चुनाव लड़ने से पहले दायर किए गए हलफनामों से निकाला गया है।
लगभग 194 मौजूदा सांसदों यानी 25 प्रतिशत सांदसों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामलों का ऐलान किया है, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण, महिलाओं के खिलाफ अपराध आदि से संबंधित मामले शामिल हैं। केरल से आए सांसदों का नाम चार्ट में सबसे ऊपर है, जिन्होंने अपने शपथपत्र में आपराधिक मामलों की घोषणा की है। सबसे ज्यादा 73% केरल के ही सांसद दागी है। इसके बाद बिहार, महाराष्ट्र और तेलंगाना से आए सांसदों का स्थान है।
पार्टी-वार आंकड़ों पर नजर डालें तो बीजेपी के 385 सांसदों में से 139 (36%), कांग्रेस के 81 सांसदों में से 43 (53%), एआईटीसी के 36 सांसदों में से 14 (39%), एआईटीसी के 36 सांसदों में से 5 (83%) राजद के 6 सांसद (75%), सीपीआई (एम) के 8 सांसदों में से 6 (75%), आप के 11 सांसदों में से 3 (27%), वाईएसआरसीपी के 31 सांसदों में से 13 (42%) और एनसीपी के 8 सांसदों ने अपने हलफनामे में अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है।
हलफनामे के अनुसार 32 मौजूदा सांसदों ने हत्या के प्रयास (आईपीसी धारा-307) के मामलों की घोषणा की है। 21 मौजूदा सांसदों ने महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित मामलों की घोषणा की है। 21 सांसदों में से 4 सांसदों ने बलात्कार (आईपीसी धारा-376) से संबंधित मामलों की घोषणा की है।
लोकसभा और राज्यसभा के प्रति सांसद की संपत्ति का औसत 38.33 करोड़ रुपये है। जबकि घोषित आपराधिक मामलों वाले सांसदों की औसत संपत्ति 50.03 करोड़ रुपये है। वहीं बिना किसी आपराधिक मामले वाले सांसदों की औसत संपत्ति 30.50 करोड़ रुपये है। तेलंगाना के 24 सांसद की औसत संपत्ति 262.26 करोड़ रुपये के साथ सबसे अधिक है। इसके बाद आंध्र प्रदेश के 36 सांसद की औसत संपत्ति 150.76 करोड़ रुपये और पंजाब 20 सांसदों की औसत संपत्ति 88.94 करोड़ रुपये है।
रिपोर्ट के अनुसार, 385 भाजपा सांसदों की प्रति सांसद औसत संपत्ति 18.31 करोड़ रुपये है, 81 कांग्रेस सांसदों की औसत संपत्ति 39.12 करोड़ रुपये है, 36 एआईटीसी सांसदों की औसत संपत्ति 8.72 रुपये है। वाईएसआरसीपी के 31 सांसदों की औसत संपत्ति 153.76 करोड़ रुपये है। टीआरएस के 16 सांसदों की औसत संपत्ति 383.51 करोड़ रुपये है। एनसीपी के 8 सांसदों की औसत संपत्ति 30.11 करोड़ है। वहीं आप के 11 सांसदों की औसत संपत्ति 119.84 करोड़ रुपये है।