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Source
अग्निबाण
Author
Ashish Meena
Date
City
New Delhi

देश में मौजूदा 151 सांसदों और विधायकों (MPs and MLAs) ने अपने चुनावी हलफनामों में महिलाओं से जुड़े अपराध से संबंधित मामलों की घोषणा की। ये मामला यौन शोषण से लेकर रेप तक के हैं। इस लिस्ट में सबसे टॉप पर पश्चिम बंगाल है, जहां के सबसे अधिक सांसदों और विधायकों पर ऐसे आरोप लगे हैं। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) की एक ताजा रिपोर्ट में इसका खुलासा किया गया है।

एडीआर की रिपोर्ट में 2019 से लेकर 2024 तक के चुनावों के दौरान सांसदों द्वारा दिए गए 4,693 हलफनामों का एनालिसिस किया गया। महिलाओं से जुड़े अपराधों में सबसे ज्यादा पश्चिम बंगाल के सांसद और विधायक शामिल हैं। वहां के 25 सांसद और विधायक ऐसे आरोपों का सामना कर रहे हैं। आंध्र प्रदेश में 21 और ओडिशा में 17 सांसदों और विधायकों पर ऐसे आरोप लगे हैं।

ADR की रिपोर्ट में यह भी खुलासा किया गया है कि मौजूदा 2 सांसदों और 14 विधायकों के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 के तहत रेप का मामला दर्ज है। इनमें से कुछ ऐसे भी मामले शामिल हैं, जिनमें एक ही पीड़िता पर बार-बार हमले किए गए। अगर पार्टी वाइज बात करें तो इस मामले में भाजपा के सांसद और विधायक सबसे आगे हैं। भाजपा 54 सांसदों-विधायकों ने महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले घोषित किए हैं। उसके बाद कांग्रेस के 23 और तेलुगू देशम पार्टी (TDP) के 17 सांसदों-विधायकों पर ऐसे आरोपों लगे हैं। भाजपा और कांग्रेस के पांच-पांच मौजूदा सांसदों के खिलाफ रेप का केस दर्ज है।

इसे लेकर एडीआर ने राजनीतिक दलों से आपराधिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को चुनावी मैदान में न उतारने की अपील की है। खासकर उन नेताओं को टिकट नहीं देना चाहिए, जो महिलाओं के खिलाफ अपराधों से संबंधित आरोपों का सामना कर रहे हैं। इस रिपोर्ट में अदालतों से ऐसे मामलों को जल्द से जल्द निपटाने की मांग की गई है। साथ ही लोगों से गंभीर आरोप लगे उम्मीदवारों को वोट न देने का आग्रह किया गया है।


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